बांग्लादेश में हिंसा और सियासी उथल-पुथल के बीच भारतीय दूतावास के 190 कर्मचारी भारत लौट चुके हैं. एअर इंडिया के विमान से इन कर्मचारियों को भारत लाया गया है. वहीं, करीब 20 से 30 सीनियर कर्मचारी अब ढाका में ही हैं.
दरअसल, बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना भारत आ चुकी है. उन्हें हिंडन एयरबेस पर सेफ हाउस में रखा गया है. फिलहाल अभी तय नहीं है कि शेख हसीना किसी और देश में शरण लेंगी या वह लंबे समय तक भारत में ही अपना वक्त बिताएंगी. हालांकि, कयास लगाए जा रहे हैं कि शेख हसीना शरण लेकर किसी यूरोपीय देश जा सकती हैं.
ये भी पढ़ें: तीन तरफ से इंडिया से घिरा, 4096 KM लंबा बॉर्डर... भारत के इन 5 राज्यों से सटा है बांग्लादेश!
तैयार की 15 लोगों की लिस्ट
बता दें कि बांग्लादेश में अंतरिम सरकार की रूपरेखा तय हो चुकी है. नोबल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुखिया चुना गया है. उन्हें आंदोलनकारी छात्रों का भी समर्थन है. बताया जा रहा है कि बांग्लादेश में अंतरिम सरकार चलाने के लिए मोहम्मद यूनुस ने 10 से 15 लोगों की एक लिस्ट तैयार की है. हालांकि, राजनीतिक दलों के साथ चर्चा के बाद इस लिस्ट को अंतिम रूप दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: 'बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले हुए, घरों-धार्मिक स्थलों में की गई आगजनी', जमात-ए-इस्लामी ने कबूला
राष्ट्रपति ने किया विशेष अनुरोध
बांग्लादेश के लोकल मीडिया आउटलेट्स को भेजी गई प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रपति ने अनुरोध किया है कि मोहम्मद यूनुस की मदद करने वालों में एक स्वतंत्रता सेनानी को भी शामिल किया जाए. वहीं, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेताओं पर हमले जारी हैं. पूरे बांग्लादेश आज अवामी लीग के 20 नेताओं के शव और बरामद किए गए हैं. अवामी लीग के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ और लूटपाट भी की जा रही है.