एयर इंडिया ने अपने उस पायलट की सेवाएं समाप्त कर दी हैं जिसने भारत आने वाले विमान को शराब पीकर उड़ाया था. आरोपी पायलट फ्लाइट के लैंड होने के बाद क्रू मेंबर का ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट किया गया था. टाटा समूह की एयरलाइन उस कैप्टन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सकती है जिसने फुकेत से दिल्ली की उड़ान भरी थी.
इस मुद्दे पर एयर इंडिया की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है. आपको बता दें कि शराब के नशे में उड़ान भरना एक आपराधिक कृत्य है. एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा, 'हम इन चीजों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करते हैं और बहुत सख्त कार्रवाई की है, न केवल उनकी सेवा समाप्त कर दी है, बल्कि एफआईआर दर्ज करने की भी योजना बना रहे हैं क्योंकि शराब के नशे में उड़ान भरना एक आपराधिक कृत्य है.'
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क्रू मेंबर का होता है टेस्ट
पायलट एक नए कैप्टन के लिए प्रशिक्षण उड़ान भर रहा था. जबकि घरेलू उड़ानों का संचालन करने वाले पायलटों और केबिन क्रू को उड़ान-पूर्व बीए परीक्षण ( भारत के अंदर उड़ानों में कोई शराब उपलब्ध / परोसी / बेची नहीं जाती है) से गुजरना पड़ता है. अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करने वाले फ्लाइट क्रू (जहां शराब उपलब्ध है) को यहां लैंड होने के बाद बीए परीक्षण होता है.
क्या हैं नियम
2023 के पहले छह महीनों में, 33 पायलट और 97 केबिन-क्रू सदस्य अपने ब्रेथ एनालाइज़र परीक्षण में विफल रहे थे. पहली बार ब्रेथ एनालाइज़र परीक्षण में विफल होने का मतलब है तीन महीने के लिए लाइसेंस निलंबन, वही व्यक्ति दूसरी ऐसा करता है तो उसका लाइसेंस तीन साल के लिए निलंबित कर दिया जाता है, तीसरी बार का मतलब है कि लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा.
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