रूस से हमले के खतरे का सामना कर रहे संकटग्रस्त यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए एयर इंडिया आगे आई है. यह एयरलाइन कंपनी 22, 24 और 26 फरवरी को भारत और यूक्रेन के बोरिस्पिल इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच 3 फ्लाइट्स संचालित करेगी.
एयर इंडिया की तरफ से बताया कि अगले सप्ताह मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को भारत से यूक्रेन के लिए 256 सीटों वाली बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ानें भेजी जाएंगीं. यूक्रेन से भारत आने वाले नागरिक एयर इंडिया की बुकिंग ऑफिसों, वेबसाइट्स, कॉल सेंटर और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से बुकिंग शुरू कर सकते हैं.
बता दें कि भारत के सिविल एविएशन मंत्रालय ने दोनों पक्षों की तरफ से किए गए ‘एयर बबल’ समझौते के तहत भारत और यूक्रेन के बीच संचालित होने वाली उड़ानों की संख्या संबंधी बैन हटा दिया है, ताकि पूर्वी यूरोपीय देश से भारतीय अपने देश आ सकें.
दरअसल, कोरोना महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानें पूरी तरह शुरू नहीं हुई हैं. अभी जो उड़ानें उड़ रही हैं, वो एयर बबल एग्रीमेंट के तहत उड़ रही हैं. इससे उड़ानों की संख्या सीमित हो गई है. यूक्रेन में फंसे भारतीयों ने यूक्रेन में भारतीय दूतावास से फ्लाइट्स न मिलने की शिकायत की थी.
उड़ानों की सीमित संख्या से हटा बैन
इसके बाद नागरिक विमानन मंत्रालय ने यूक्रेन आने-जाने वाली उड़ानों की सीमित संख्या पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है. अब एयरलाइंस कंपनियां कितनी भी फ्लाइट्स संचालित कर सकती हैं. इसके साथ ही स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट्स भी ऑपरेट हो सकती हैं. यही वजह है कि भारत-यूक्रेन के बीच फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाने के लिए विमानन कंपनियों से कहा जा रहा है.
हेल्पलाइन नंबर्स भी जारी
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को ही भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी कर यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों और अन्य नागरिकों को स्वदेश लौटने की सलाह दी थी. दूतावास ने बयान जारी कर कहा था कि जिन भारतीयों और छात्रों का यहां रहना जरूरी नहीं हो, वो अपने देश लौट जाएं. हालांकि, सरकार की तरफ से यूक्रेन से भारतीय को लाने की अभी कोई तैयारी नहीं है. संकटग्रस्त यूक्रेन में फंसे नागरिकों और छात्रों के साथ साथ उनके भारत स्थित परिजनों के लिए विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने हेल्पलाइन नंबर्स भी जारी किए हैं.
रूस-यूक्रेन संकट के नए अपडेट्स:-
- उधर, अब तक के ताजा अपडेट के अनुसार यूक्रेन के आसपास रूसी सैनिकों की संख्या 1 लाख 49,000 तक पहुंच चुकी है. यूक्रेन का कहना है कि उसका पूर्व या क्रीमिया में रूस समर्थक अलगाववादियों पर हमला करने का ‘कोई इरादा नहीं’ है. जबकि रूसी मीडिया का दावा है कि पूर्वी यूक्रेन में विद्रोहियों पर वहां की सेना ने ग्रेनेड और मोर्टार दागे हैं जो मिंस्क समझौतों का उल्लंघन है.
- संकटों से घिरे यूक्रेन में प्रतिष्ठित शेवचेंको विश्वविद्यालय (Shevchenko university) से वकालत में ग्रेजुएशन कर ही छात्राओं ने 'आजतक' को बताया कि वे ग्रेजुएट होने और वकील बनने को लेकर उत्साहित हैं, लेकिन तनाव पसरा हुआ है, इसलिए यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स खुद की मर्जी से बॉर्डर पर सुरक्षाबलों की मदद करने के लिए जा रहे हैं. देखें VIDEO: