scorecardresearch
 

क्या पंजाब-हरियाणा में ही जलाई जाती है पराली? क्यों तमाम कोशिशों के बावजूद खत्म नहीं हो रही समस्या?

किसानों द्वारा खेतों पर जलाई जाने वाले पराली को दिल्ली-NCR में प्रदूषण की मुख्य वजह माना जा रहा है. पिछले 4 साल के आंकड़े देेखें तो पंजाब पराली जलाने वाले राज्यों की लिस्ट में टॉप पर है. हरियाणा इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आता है.

Advertisement
X
फाइल फोटो
फाइल फोटो

हर साल की तरह इस बार भी नवंबर आते ही दिल्ली-NCR प्रदूषण की चपेट में आ गया है. केंद्र और दिल्ली सरकार की तमाम कोशिशों के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में छाई धुंध की चादर हटने का नाम नहीं ले रही है. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के पीछे अव्यवस्थित शहरीकरण, उद्योग और वाहनों के ज्यादा घनत्व के अलावा पंजाब समेत उत्तर भारतीय राज्यों में पराली जलाने से उठने वाले धुएं को भी एक वजह बताया जा रहा है.

सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को इस मुद्दे पर सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा कि राज्य सरकारें सख्त कदम उठाएं, वरना हमने अपना बुलडोजर शुरू किया तो फिर हम रुकेंगे नहीं. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने पराली के मुद्दे का भी जिक्र किया. SC ने कहा कि पंजाब में धान की फसल को फेज वाइज बाहर किया जाए. केंद्र सरकार इसमें वैकल्पिक फसल यानी मोटे अनाज की फसल के लिए मदद करे. आईए जानते हैं कि पराली जलाने के मामले में कौन सा राज्य किस नंबर पर है और क्यों केस-जुर्माने के बाद भी यह समस्या खत्म नहीं हो पा रही है...

Advertisement

दिल्ली-NCR पर हर साल नवंबर में प्रदूषण बड़ी समस्या बनकर मंडराने लगता है. यह वही समय होता है, जब पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में धान फसल की कटाई होती है. ऐसे में फसलों के अवशेष जलाने से उठने वाला धुआं भी प्रदूषण की वजहों में एक बन जाता है. इससे दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रहने वाली करीब 10 करोड़ से ज्यादा आबादी के लिए सांसो का संकट बन जाता है.  

क्या होती है पराली? 

धान की फसल कटने के बाद बचे हुए हिस्से को पराली (Parali) कहते हैं. पहले किसान अपनी फसल खुद काटते थे, या मजदूर से कटवाते थे तो फसल का बहुत थोड़ा हिस्सा खेतों में रहता थे जिसे जलाने की जरुरत नहीं होती थी, लेकिन पिछले कुछ सालों से धान की फसल की (Peddy Crop) कटाई मशीनो से की जाती है. यह मशीन फसल का सिर्फ उपरी हिस्सी काटती है बाकी का हिस्सा जमीन में ही रह जाता है, जो काफी ज्यादा बचता है. किसान दूसरी फसल की बुआई से पहले इसे जला देते हैं. 

Advertisement

किस राज्य में पराली जलाने की कितनी घटनाएं? 

लोकसभा में सरकार ने पिछले साल दिसंबर में पराली जलाने से लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब दिया था. इसके मुताबिक, पंजाब में पराली जलाने की सबसे ज्यादा घटनाएं सामने आती हैं. इस लिस्ट में हरियाणा दूसरे नंबर और यूपी तीसरे नंबर पर है. 

राज्य   2022 2021 2020
पंजाब 49922 71304 83002
हरियाणा 3661 6987 4202
यूपी 3017 4242 4631
राजस्थान 1268   1350   1756

#आंकड़े (15 सितंबर-30 नवंबर) तक हैं... 


किसान क्यों जलाते हैं पराली?

पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में बड़ी मात्रा में किसान पराली जलाते हैं. दरअसल, मशीन से धान की कटाई के बाद फसल का अवशेष खेतों में रह जाता है. धान की पराली आमतौर पशु चारे के लिए इस्तेमाल नहीं की जाती और किसानों के पास रबी की फसल की बुआई के लिए सिर्फ 20 दिन का समय बचता है. ऐसे में अवशेष को डीकंपोज करने का विकल्प किसानों के लिए मुफीद नहीं होता. वे खेतों को साफ करने के लिए पराली में आग लगा देते हैं. इससे किसान का समय और पैसे दोनों की बचत होती है. यही वजह है कि राज्य सरकारों के सख्त रवैये के बावजूद किसान चोरी छिपे इसमें आग लगा देते हैं.

Live TV

Advertisement
Advertisement