एयर पलूशन (Air Pollution in Delhi NCR) की चर्चा इस वक्त जोरों पर है. दिल्ली में जहां एयर क्वालिटी गंभीर (AQI) श्रेणी में बनी हुई है, वहीं इस बीच मुंबई से भी चिंता बढ़ाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. साउथ मुंबई में सोमवार को हवा की स्थिति दिल्ली से भी खराब थी.
दिल्ली और एनसीआर का पलूशन कैसे कंट्रोल किया जा सकता है इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है. केंद्र के साथ-साथ दिल्ली, हरियाणा और पंजाब की सरकार पलूशन रोकने के लिए तरह-तरह के कदम भी उठा रही हैं. लेकिन उनका असर फिलहाल ज्यादा नहीं दिख रहा.
राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता आज 17 नवंबर को भी 'बहुत खराब' श्रेणी में है. वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक राजधानी दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 379 है. शिमला जैसी जगहों की बात करें तो वहां AQI 100 से भी नीचे है, इससे स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
मुंबई में क्यों बिगड़े हालात
विशेषज्ञों के मुताबिक, सोमवार को साउथ मुंबई की एयर क्वालिटी दिल्ली से भी खराब थी. इसमें वाहनों से होने वाला प्रदूषण जो है वह कम हवा की गति, कम तापमान और उच्च आर्द्रता के साथ मिल गया था, जिससे ऐसी स्थिति बनी.
महाराष्ट्र के कोलाबा में सोमवार को AQI 345 था. वहीं मजगांव में AQI 325, मलाड में 306 था. इसके अलावा अंधेरी इलाके में भी हवा का स्तर खराब था. वहां का AQI सोमवार को 259 था. दूसरी तरफ दिल्ली में सोमवार को AQI 331 था. इसके अलावा अंधेरी इलाके में भी हवा का स्तर खराब था. वहां का AQI सोमवार को 259 था.बता दें कि AQI के हिसाब से 301-400 के स्तर को 'बेहद खतरनाक' माना जाता है.