केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को देश के तीन एयरपोर्ट को प्राइवेट प्लेयर के हाथ में देने का फैसला लिया है. इस फैसले को लेकर विपक्ष ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है और सरकार पर निशाना साधा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि देश के 6 एयरपोर्ट प्राइवेट कंपनी को दे दिए गए हैं, ऐसे में AAI का नाम अडानी एयरपोर्ट्स ऑफ इंडिया होना चाहिए.
जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में लिखा कि पहले अहमदाबाद, लखनऊ और मैंगलोर को बेच दिया गया. अब जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम के लिए फैसला ले लिया गया है. सभी 6 एयरपोर्ट अब प्राइवेट कंपनी के हाथों में चले गए हैं.
गौरतलब है कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई बैठक में इस फैसले को लिया गया, जिसके तहत इन एयरपोर्ट्स का संचालन प्राइवेट कंपनियों के हाथ में होगा.
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने गुरुवार को इस मसले पर अब राज्य में सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है. केरल सरकार के द्वारा तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट को प्राइवेट कंपनी को सौंपे जाना का विरोध किया जा रहा है.
बुधवार को हुई कैबिनेट में एयरपोर्ट्स को लेकर कई फैसले लिए गए. जिनमें एयरपोर्ट्स के लिए 1 हजार 70 करोड़ देने का निर्णय लिया गया है. ये पैसा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया छोटे शहरों में एयरपोर्ट के विकास करने के उपयोग में लाएगी.
हालांकि, सरकार की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया एयरपोर्ट को पूरी तरह से प्राइवेट कंपनी को नहीं देगी. बता दें कि केंद्र की ओर से उड़ान योजना के तहत छोटे शहरों में उड़ानों को शुरू किया जा रहा है और एयरपोर्ट्स के दायरे को बढ़ाया जा रहा है.