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Panama Papers Leak: ED दफ्तर से बाहर निकलीं ऐश्वर्या रॉय, 5 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ

पनामा पेपर्स से जुड़े मामले में ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) को समन किया गया था. उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए बुलाया. यहां ऐश्वर्या से हुई साढ़े पांच घंटे पूछताछ चली है. ये पूछताछ अब खत्म हो चुकी है.

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Aishwarya Rai
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • ऐश्वर्या राय बच्चन को ईडी ने भेजा था समन
  • पूछताछ स्थगित करने की दो बार गुजारिश कर चुकी हैं ऐश्वर्या

पनामा पेपर्स (Panama Papers Leak) से जुड़े मामले में ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) को समन किया गया था. उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए बुलाया, जिसके बाद ऐश्वर्या ईडी के दिल्ली दफ्तर में पूछताछ में शामिल होने पहुंचीं. यहां ऐश्वर्या से हुई साढ़े पांच घंटे पूछताछ चली है. ये पूछताछ अब खत्म हो चुकी है. बता दें कि इस मामले में हाल ही में ईडी ने अभिषेक बच्चन को भी समन किया था.

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ऐश्वर्या राय बच्चन को दो बार पहले भी बुलाया गया था, लेकिन दोनों ही बार उन्होंने नोटिस को स्थगित करने की गुजारिश की थी. ये गुजारिश पनामा पेपर्स लीक की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम के समक्ष की गई थी.

Aishwarya Rai
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ईडी ने ऐश्वर्या को फेमा के मामले में समन किया था. यह समन नवंबर में 9 तारीख को 'प्रतीक्षा' यानी बच्चन परिवार के आवास पर भेजा गया था. 15 दिन में इसका जवाब मांगा गया था. ऐश्वर्या ने ईमेल के जरिए ईडी को जवाब दिया. मामले की जांच कर रही SIT में ईडी, इनकम टैक्स और दूसरी एजेंसी शामिल हैं.

क्या है पनामा पेपर लीक

पनामा पेपर लीक मामले में एक कंपनी (Mossack Fonseca) के लीगल दस्तावेज लीक हुए थे. ये डेटा जर्मन न्यूजपेपर Süddeutsche Zeitung (SZ) ने Panama Papers नाम से 3 अप्रैल 2016 को रिलीज किया था. इसमें 190 से ज्यादा देशों के राजनेता, बिजनेसमैन, सिलेब्रिटी के नाम शामिल थे, जिनपर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे. इसमें 1977 से 2015 के अंत तक की जानकारी दी गई थी.

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यह भी पढ़ें - Aishwarya को ED ने क्यों बुलाया? जानें क्या है पनामा पेपर्स से जुड़ा मामला?

लिस्ट में 300 भारतीयों के नाम शामिल थे. इसमें ऐश्वर्या के अलावा अमिताभ बच्चन, अजय देवगन का भी नाम शामिल था.

हरीश साल्वे, विजय माल्या का भी था नाम

देश के पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वकील हरीश साल्वे, भगोड़े कारोबारी विजय माल्या, मोस्ट वान्टेड क्रिमिनिल इकबाल मिर्ची का नाम भी इसमें शामिल था.

मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था. फिर केंद्र सरकार ने इस मामले में मल्टी एजेंसी ग्रुप (MAG) का गठन किया था. इनमें CBDT, RBI, ED और FIU को शामिल किया गया था. MAG सभी नामों की जांच करके रिपोर्ट काले धन के जांच के लिए बनी SIT और केंद्र सरकार को दे रही थी.

 

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