महाराष्ट्र में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव हैं और उससे पहले अजित पवार को एनडीए से निकालने की मांग उठने लगी है. पुणे जिले में बीजेपी के एक अधिकारी ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार को पद से हटाए जाने की मांग की है. इसके साथ ही उनकी एनसीपी पार्टी को सत्तारूढ़ गठबंधन से भी हटाने की मांग की है.
बीजेपी के शिरूर तहसील के उपाध्यक्ष सुदर्शन चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वीडियो पार्टी बैठक का है, जिसमें वह एनसीपी (अजित गुट) के खिलाफ बोल रहे हैं. इस बीच एनसीपी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेरकर माफी की मांग की.
इस वीडियो में चौधरी बीजेपी नेतृत्व से कह रहे हैं कि ये आपके समक्ष एक सुझाव है. पार्टी कार्यकर्ता जो सोच रहे हैं, उसे सुनें. अगर आप वाकई कोई फैसला लेना चाहते हैं तो सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति से अजित पवार को हटाएं. उन्होंने कहा कि इस बैठक में मौजूद सुभाष देशमुख, राहुल कुलकर्णी और योगेश तिलेकर जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेता मंत्री बन सकते हैं.
चौधरी ने दावा किया कि बीजेपी पिछले 10 साल से पवार का विरोध कर रही थी, लेकिन कार्यकर्ता अब डर रहे हैं क्योंकि वो डिप्टी सीएम के पद पर हैं. उन्होंने ये भी दावा किया कि शिरूर में आयोजित रिव्यू मीटिंग में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अजित पवार को लेकर खुलकर अपनी इच्छा जाहिर की.
जब चौधरी मीडिया में अजित पवार को लेकर ऐसे दावे कर रहे थे, तभी एनसीपी के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारे लगाए और अपने बयान को लेकर माफी मांगने की मांग की. कुछ एनसीपी कार्यकर्ताओं ने चौधरी का चेहरा काला करने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने वहां पहुंचकर स्थिति संभाल ली.
बाद में चौधरी ने कहा कि अगर उनके बयान से अजित दादा को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट पर डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को टैग करते हुए लिखा कि वो सिर्फ कार्यकर्ताओं की भावनाओं को व्यक्त कर रहे थे, जिसके लिए एनसीपी के कथित गुंडों ने उन्हें धमकी दी. उन्होंने फडणवीस से उन्हें सुरक्षा देने की मांग भी की.
दरअसल, लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही अजित पवार और उनकी एनसीपी पर सवाल उठ रहे हैं. आरएसएस से लेकर बीजेपी के कई नेता अजित पवार को एनडीए में शामिल करने के फैसले पर सवाल उठा चुके हैं. लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से एनडीए को सिर्फ 17 सीटों पर जीत मिली. अजित पवार की एनसीपी सिर्फ एक सीट रायगढ़ जीतने में कामयाब रही. अजित पवार और आठ विधायक पिछले साल एनडीए में शामिल हो गए थे.