पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष गंगा प्रसाद शर्मा ने बीजेपी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है. दावा किया जा रहा है कि गंगा प्रसाद शर्मा बंगाल को दो हिस्सों में बांटने और उत्तर बंगाल से अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने पर बीजेपी नेता जॉन बारला के बयान से नाराज हैं.
खुद बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी विभाजन की अटकलों को हवा दे दी है. हंगामे की असली वजह पर जब सवाल किया गया तो शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य कमेटी में इस बारे में कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ है. राजू बिस्ता ने भी इस बारे में कहा है कि मीडिया के सामने इस बारे में बोलने की कोई जरूरत नहीं थी लेकिन उत्तर बंगाल में मुश्किलें तो हैं ही.
उन्होंने कहा, 'जॉन बारला ने उत्तर बंगाल को लेकर जो बयान दिया है, वही स्थिति बीरभूम, बर्दवान और मिदनापुर में भी है. कोलकाता के सिर्फ चार लोग पूरा पश्चिम बंगाल चलाएंगे. कुछ लोग 20 विभागों को अपने हिस्से में बांट लेंगे. हम लोग क्या बाढ़ के पानी में बह जाएं? जॉन बारला की जो उत्तर बंगाल को लेकर चिंता है वही चिंता हमारी भी है.'
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विधानसभा चुनावों में थे बीजेपी के मजबूत सिपाही!
शनिवार को गंगा प्रसाद शर्मा समेत अलीपुरद्वार जिला बीजेपी के सात बड़े नेता तृणमूल में शामिल होने कोलकाता पहुंचे. जिले के बीजेपी कार्यकर्ता ऐसी खबरोें से बेहद परेशान नजर आ रहे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में अलीपुरद्वार जिले की सभी पांच सीटों पर बीजेपी जिलाध्यक्ष गंगा प्रसाद शर्मा के नेतृत्व में बीजेपी उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी.
बीजेपी को मिला बड़ा झटका!
गंगा प्रसाद शर्मा के ही नेतृत्व में बीजेपी ने अलीपुरद्वार में लोकसभा चुनाव में तृणमूल प्रत्याशी को ढाई लाख वोटों के अंतर से हराया था. गंगा प्रसाद शर्मा के नेतृत्व वाली बीजेपी ने अलीपुरद्वार जिले में पिछले पंचायत चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था. ऐसे में उनका पार्टी से जाना, बीजेपी के लिए बड़ा नुकसान साबित होने वाला है.