scorecardresearch
 

प्रयागराज में 16 से 19 अक्टूबर तक होगी RSS की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक 16 से 19 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होगी. बैठक में 45 प्रांतों के संघ चालक, प्रांत कार्यवाह, प्रांत प्रचारक मौजूद रहेंगे.

Advertisement
X
मोहन भागवत
मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक 16 से 19 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होगी. बैठक में 45 प्रांतों के संघ चालक, प्रांत कार्यवाह, प्रांत प्रचारक आदि उपस्थित रहेंगे. बैठक में RSS प्रमुख मोहन भागवत, दत्तात्रेय होसबोले, सभी सरकार्यवाह तथा राष्ट्रीय स्तर के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे.

Advertisement

इसमें मार्च में हुई वार्षिक बैठक में पास हुये प्रस्तावों की प्रगति पर चर्चा होगी. इसके अलावा आरएसएस के अन्य एजेंडों पर भी यहां चर्चा होगी.

बता दें कि हाल ही में संघ प्रमुख मोहन भागवत उत्तर प्रदेश के कानपुर पहुंचे थे. यहां वाल्मीकि जयंती के मौके पर सर संघचालक मोहन भागवत ने दलित समाज के लोगों को संघ से जुड़ने और संघ की शाखाओं में आने की अपील की. संघ प्रमुख ने कहा कि अगर बड़ी तादाद में दलित समाज के लोग सीधे संघ और उसकी शाखाओं से जुड़ जाएं तो दलितों के ऐसे कार्यक्रम दुनिया के सबसे बड़े कार्यक्रम में शुमार होंगे. यहां मोहन भागवत ने कहा अगर वाल्मीकि न होते तो राम भी न होते, महर्षि वाल्मीकि के रचे रामायण ने राम को दुनिया से रु-ब-रु कराया.

'वर्ण और जाति जैसी अवधारणाओं का त्याग हो'

Advertisement

इस कार्यक्रम में जाने से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने बड़ी अपील की थी. उन्होंने कहा था कि वर्ण और जाति जैसी अवधारणाओं को पूरी तरह से त्याग दिया जाना चाहिए. भागवत का कहना था कि भेदभाव का कारण बनने वाली हर चीज ताला, स्टॉक और बैरल से बाहर हो जानी चाहिए. वे यहां एक पुस्तक विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे. भागवत ने कहा कि सामाजिक समानता भारतीय परंपरा का एक हिस्सा थी, लेकिन इसे भुला दिया गया और इसके हानिकारक परिणाम हुए. इस दावे का उल्लेख करते हुए कि वर्ण और जाति व्यवस्था में मूल रूप से भेदभाव नहीं था और इसके उपयोग थे.

 

Advertisement
Advertisement