केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए नए कृषि कानूनों का देशभर में विरोध जारी है. इस बीच, ऑल इंडिया किसान संघर्ष को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने कहा है कि आज का किसान किसी के कहने पर नहीं चलता है. किसान कानून को लेकर सरकार के मंत्री भ्रम फैला रहे हैं. इस कानून के खिलाफ किसान 26-27 नवंबर को दिल्ली का घेराव करेंगे.
किसान संगठन ने कहा कि ये 70 करोड़ जनता के साथ खिलवाड़ है. हम इस कानून को लेकर प्रधानमंत्री पर कैसे विश्वास करें. इस नए किसान कानून के जरिये कॉरपोरेट को मजबूत किया जा रहा है और किसानों कमजोर बनाया जा रहा है. किसानों के लिए हम लड़ाई लड़ रहे हैं पर ये सरकार हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है.
वापस हो कानून
ऑल इंडिया किसान संघर्ष को-ऑर्डिनेशन कमेटी के समन्वयक वीएम सिंह, हन्नान मोलाह, पुरुषोत्तम शर्मा, योगेंद्र यादव और प्रेम सिंह गहलोत सहित अन्य किसान नेताओं ने कृषि कानूनों के खिलाफ मंगलवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. कमेटी ने मांग की है कि इस कानून को वापस लिया जाए. इसे रद्द किया जाए. पूरे हिंदुस्तान में किसान आंदोलन हो रहा है. उनकी एक मांग ही है कि ये कानून वापस हो. लेकिन तानाशाही की सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने किसान के साथ इतना बड़ा विश्वासघात 70 सालों बाद किया है. एमएसपी की बात सरकार कह रही है लेकिन इस कानून के जरिये पूरे भारत के किसानों को गुलाम बनाना चाहते हैं. ये कानून किसानों की मौत का परवाना है. किसान इसकी लंबी लड़ाई लड़ेगा.
सिर्फ कांग्रेस नहीं, किसानों का विरोध
योगेंद्र यादव ने कहा कि 20 राज्यों में 25 सितंबर को बड़ा बंद रहा है, लेकिन ये कहना कि सिर्फ कांग्रेस का विरोध था ये गलत है. ये किसान संगठन का विरोध रहा है. उन्होंने कहा कि इस कानून को लाने से पहले क्या आपने किसी किसान संगठन से बात की. आखिर क्यों आप (सरकार) चोर दरवाजे से ये बिल लेकर आए. सरकार क्या छिपा रही है? किसान पूछता है कि आप इस कानून को चुपचाप क्यों लेकर आए. किसान ने इसके खिलाफ सड़क पर लड़ाई लड़ने का फैसला किया है.
योगेंद्र यादव ने कहा कि 25 सितंबर से विरोध का शंखनाद हुआ है. 2 अक्टूबर को जय जवान जय किसान पूरे देश और गांव में गूंजेगा. बीजेपी के सांसद और नेता का किसान सामाजिक बहिष्कार करेंगे. 6 अक्टूबर को हरियाणा के किसान दुष्यंत चौटाला के घर के सामने धरना देंगे. 14 अक्टूबर को भी प्रदर्शन किसानों की तरफ से किया जाएगा.
ऑल इंडिया किसान संघर्ष को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने बताया कि एमएसपी अधिकार दिवस मनाया जाएगा. 26-27 नवंबर को पूरे देश का किसान दिल्ली का घेराव करेगा. किसान नेता वीएम सिंह ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर पूरा देश परेशान है, लेकिन किसान की मौत होती है तो किसी को परेशानी नहीं होती है.