चीन के साथ लगातार बने तनावपूर्ण हालात के बीच आज गुरुवार को फ्रांस में निर्मित अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में एक मेगा समारोह में भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल हो जाएगा.
राफेल के भारतीय वायुसेना में शामिल किए जाने के अहम मौके का गवाह बनने के लिए कई हस्तियां अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पहुंच रही हैं. इनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांस की सशस्त्र सेनाओं की मंत्री फ्लोरेंस पार्ले भी शामिल हैं. दोनों नेता कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे.
सीडीएस विपिन रावत, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, रक्षा सचिव डॉक्टर अजय कुमार, और डीआरडीओ के चेयरमैन जी सतीश रेड्डी शामिल होंगे. इनके अलावा रक्षा मंत्रालय के दूसरे अधिकारी भी यहां मौजूद रहेंगे.
29 जुलाई को फ्रांस से आए 5 राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना के 17वें स्क्वाड्रन 'गोल्डन एरोज' का हिस्सा बनेंगे. इस मौके पर फ्रांस से डिफेंस सेक्टर का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भारत आ रहा है. इसमें दसॉल्ट एविशन के चेयरमैन एरिक ट्रैपियर, दसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक बरनेंगर शामिल हैं.
आज का कार्यक्रम
अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में राफेल विमान को भारतीय वायुसेना में शामिल करने से पहले पारंपरिक तौर पर सर्व धर्म पूजा की जाएगी. इसके बाद राफेल लड़ाकू विमान, तेजस एयरक्राफ्ट और सारंग एयरोबेटिक टीम आसमान में उड़ान भरेगा और शानदार एयर डिस्पले प्रस्तुत करेगा.
फिर राफेल विमानों को पारंपरिक वाटर कैनन सैल्यूट दिया जाएगा. इसी के साथ ही राफेल वायुसेना की गौरवशाली टीम का हिस्सा बन जाएगा. इस समारोह के बाद भारत और फ्रांस के प्रतिनिधिमंडल के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी होगी.
फ्रांस से आ रहे अतिथियों की सूची में भारत में फ्रांस के राजदूत इमैन्युअल लेनैन, एयर जनरल एरिक एटुलेट, फ्रांस के वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहेंगे. अक्टूबर और नवंबर तक भारतीय बेड़े में 5 और राफेल आने वाला है. 2021 के अंत तक 2 स्क्वाड्रन (36 राफेल फाइटर जेट) आ जाएगा.