
भारत के रास्ते श्रीलंका में एम्बरग्रीस ( स्पर्म व्हेल की उल्टी) की तस्करी करने कोशिश करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से डीआरआई (Directorate of Revenue Intelligence) टीम ने 18.1 किलोग्राम एम्बरग्रीस जब्त की है. टीम के मुताबिक, काले बाजार में इसकी कीमत 31.76 करोड़ रुपये के करीब है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
दरअसल, डीआरआई को सूचना मिली थी कि 18 मई की रात में तमिलनाडु के हार्बर बीच तूतीकोरिन के तट से चार लोग श्रीलंका के लिए एम्बरग्रीस की तस्करी करने जा रहे हैं. सूचना मिलने के बाद टीम तट पर पहुंच गई थी और टीम ने पांच लोगों को 18.1 किलोग्राम एम्बरग्रीस के साथ धर दबोचा. टीम के मुताबिक, इस एम्बरग्रीस की अवैध बाजार में कीमत 31.67 करोड़ रुपये (लगभग) है.
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम
डीआरआई के मुताबिक पकड़े गए तस्करों में दो लोग केरल और दो लोग तमिलनाडु के हैं. साथ ही बताया कि स्पर्म व्हेल की उल्टी को एम्बरग्रिस कहा जाता है. स्पर्म व्हेल वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची II के तहत सूचीबद्ध एक संरक्षित प्रजाति है और इस प्रकार इसे रखने, निर्यात, परिवहन के लिए प्रतिबंधित किया गया है. साथ ही इसकी उल्टी यानि एम्बरग्रीस को प्रतिबंधित वस्तु में रखा गया है.
दो साल में पकड़ी 40 किलोग्राम एम्बरग्रीस
डीआरआई ने इस तरह की तस्करी के प्रयासों से वनस्पतियों और जीवों की रक्षा और सुरक्षा के अपने प्रयास में तटीय क्षेत्रों में अपनी सतर्कता और निगरानी तेज कर दी है. पिछले दो वर्षों में डीआरआई ने लगभग 40.52 किलोग्राम एम्बरग्रीस जब्त किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 54 करोड़ रुपये है. हर बार तूतीकोरिन तट ही तस्करी का प्रयास किया गया था.
एम्बरग्रीस क्या है?
एम्बरग्रीस को व्हेल वोमिट भी कहा जाता है, इसकी तस्करी बड़े पैमाने पर की जाती है. एम्बरग्रीस व्हेल की उल्टी के अलावा और कुछ नहीं है. यह एक भूरे रंग का मोम जैसा पदार्थ है जो स्पर्म व्हेल के पेट में बनता है. यह पदार्थ, जिसे व्हेल द्वारा उल्टी की जाती है, समुद्र के पानी में तैरता हुआ पाया जाता है. मध्य पूर्व में ओमान का तटीय क्षेत्र एम्बरग्रीस के लिए प्रसिद्ध है. यह इत्र बाजार में सोने (Gold) जितना ही मूल्यवान है.
इसलिए काम आती है एम्बरग्रीस
एम्बरग्रीस का उपयोग औषधी बनाने के साथ-साथ परफ्यूम की सुगंध को लंब समय तक बनाए रखने के लिए किया जाता था. इसलिए इसकी काफी डिमांड रहती है.