भारतीय सेना ने पहली बार टैक्टिकल ऑपरेशंस के लिए बैलिस्टिक मिसाइल को शामिल कर रही है. चीन के साथ चल रहे विवाद के बीच भारतीय मिलिट्री ने प्रलय बैलिस्टिक मिसाइल (Pralay Ballistic Missile) को LAC पर तैनात करने का फैसला लिया है.
भारतीय सेना के इस फैसले से चीन की सेना में डर पैदा होगा. क्योंकि प्रलय मिसाइल 150 से 500 किलोमीटर की रेंज में चीनी सेना के किसी भी टारगेट को बुरी तरह से ध्वस्त कर सकती है. भारत की तीनों सेनाएं इस समय रॉकेट फोर्स बनाने के प्रयास में है. ऐसे में जल्द ही प्रलय मिसाइल की तैनाती संभव है. उच्च पदस्थ रक्षा सूत्रों ने इंडिया टुडे को यह बात बताई.
#WATCH 'Pralay' surface to surface ballistic missile successfully testfired
— ANI (@ANI) December 22, 2021
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हाल ही में नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा था कि स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत रॉकेट फोर्स बनाने पर काम कर रहे थे. ताकि सीमा पर दुश्मन को काउंटर किया जा सके. प्रलय मिसाइल में सॉलिड प्रोपेलेंट वाला रॉकेट मोटर लगा है. साथ में नई टेक्नोलॉजी भी. मिसाइल के गाइडेंस सिस्टम में स्टेट-ऑफ-द-आर्ट नेविगेशन एंड इंटिग्रेटेड एवियोनिक्स लगा है. प्रलय सतह से सतह पर मार करने वाले क्वासी मिसाइल है.
प्रलय मिसाइल के हमले को इंटरसेप्टर मिसाइल भी नहीं तोड़ पाएगी. यह अपनी रास्ता खुद बदलने में सक्षम हैं. लेकिन हवा में कुछ ही रेंज तक. रक्षा सूत्रों का मानना है कि प्रलय मिसाइल के शामिल होने से भारतीय सेना को काफी ज्यादा ताकत मिलेगी. ऊंचाई पर मौजूद चीनी टारगेट्स पर हमला करना आसान होगा.