केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को वतन को जानो कार्यक्रम में भाग लिया है, जहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर से नई दिल्ली आए 250 बच्चों को संबोधित किया. बच्चों ने नई दिल्ली में केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से संवाद भी किया.
कार्यक्रम में बच्चों के संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, 'ये हमारे वतन को पहचानने का कार्यक्रम है. 30 अलग-अलग रियासतें इकट्ठा होकर हमारा देश बनता है. इस देश का नाम भारत है, जिसे हिंदुस्तान भी कहते हैं. आपके घर में 5 कमरे हैं तो पांचों कमरों को रोज एक बार देखते हो, आपके वतन के 30 कमरे हैं तो इसको रोज देखना चाहिए या नहीं. आप एक कमरे में बंद हो जाओगे तो बाकी कमरों का मजा ले पाओगे?.'
उन्होंने कहा कि बहुत दिन तक कश्मीर में आपा धापी चलती रही, लेकिन पीएम मोदी ने 370 खत्म करके कश्मीर को बाकी देश के समान कर दिया. कश्मीर के बच्चे का देश पर भी उतना ही अधिकार है, जितना अन्य राज्य के बच्चों का है.
'J-K में बंद हुई पत्थरबाजी'
गृह मंत्री ने कहा कि जिस कश्मीर में पहले पीने का पानी नल से नहीं आता था, वहां 80 फीसदी घरों में नल का पानी पहुंचा दिया गया है. दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज कश्मीर में बन गया है, जिसे देखने के लिए पूरी दुनिया देखने यहां आएगी. एशिया की सबसे बड़ी टनल कश्मीर में है. पूरे देश में कश्मीर ही ऐसा राज्य हैं, जहां 2 एम्स और 2 आईआईएमएस हैं और 24 बड़े कॉलेज, 8 यूनिवर्सिटी हैं. पिछले 10 सालों कश्मीर के अंदर पत्थरबाजी बंद हुई, बम धमाके खत्म हुए और अब कश्मीर में हर रोज स्कूल खुल रहे हैं.
'10 साल में हुए बड़े बदलाव'
अमित शाह ने दावा किया कि पिछले 10 साल के अंदर कश्मीर के अंदर बहुत बड़े बदलाव हुए हैं. पंचायत और नगर पालिका लेवल के 36 हजार लोगों को अधिकार दिया है. पूरा देश कश्मीर के बच्चों को बहुत प्यार से देखता है, क्योंकि कश्मीर में शांति आई है...दहशतगर्दी से किसी का फायदा नहीं है.
उन्होंने कहा कि अगर जम्मू कश्मीर का हर बच्चा अपने माता पिता और मोहल्ले वालों को समझा दे कि ये पूरा देश हमारा है, दहशतगर्दों को यहां से निकालना है तो किसी पुलिस या सेना की जरूरत नहीं पड़ेगी. टेररिज्म से किसी का फायदा नहीं है.
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के समन्वय से जम्मू-कश्मीर सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित 'वतन को जानो' कार्यक्रम के तहत राज्य के 250 विशेष रूप से सक्षम बच्चों भ्रमण कराया जाता है. इस बार बच्चों ने आगरा और दिल्ली की भ्रमण किया. भ्रमण करने वाले बच्चों 6-18 वर्ष की आयु वर्ग की 62 लड़कियां और 188 लड़के शामिल थे.