केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राजस्थान में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा. उन्होंने मंगलवार को एक जनसभा में लाल डायरी को लेकर गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि वह लाल कपड़ा देखकर बिफर जाते हैं.
अमित शाह ने अलवर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भईया गहलोत की सभा में मत जाना. लाल कपड़ा देखकर गहलोत जी सांड की तरह बिफर जाते हैं. मालूम है ना, ऐसा क्यों होता है. उनको लाल डायरी से डर लगता है. लाल डायरी में इनके भ्रष्टाचार के सारे कारनामे हैं. जो सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त हो, वह आपका भला नहीं कर सकती.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा में दावा किया कि अपनी छवि चमकाने के लिए दो साल में गहलोत ने 2000 करोड़ रुपये का खर्च किया है. खदानों के आवंटन में यहां जिस तरह का भ्रष्टाचार हुआ है, उसकी कोई सीमा नहीं है. चार साल के अंदर 14 अलग-अलग परीक्षाओं में पेपर लीक कराकर और अपने चट्टे-बट्टों को नौकरियां देकर राजस्थान के युवा के साथ दगा करने का काम अशोक गहलोत ने किया है.
बता दें कि राजस्थान सरकार की कैबिनेट से बर्खास्त होने के बाद राजेंद्र गुढ़ा 24 जुलाई को एक 'लाल डायरी' लेकर विधानसभा पहुंचे थे. दावा किया था कि डायरी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ आरोपों की पूरी लिस्ट है. हालांकि, उन्हें उस दिन सदन से बाहर कर दिया गया था. गुढ़ा ने कहा था कि कांग्रेस के मंत्रियों और विधायकों ने उनसे वो डायरी छीन ली. ये भी कहा था कि उनके पास डायरी का दूसरा हिस्सा भी है.
राजेंद्र गुढ़ा को उनके बयान के बाद मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था. कांग्रेस 21 जुलाई को विभानसभा में BJP से मणिपुर की घटना पर सवाल कर रही थी. उसी समय राजेंद्र गुढ़ा ने कहा था कि ये सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गए. राजस्थान में जिस तरह से महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, हमें मणिपुर की जगह अपने राज्य की स्थिति देखनी चाहिए.
...जब गुढ़ा ने सीएम गहलोत पर साधा था निशाना
इसके बाद गुढ़ा ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पर लगातार निशाना साधा. उन्होंने झुंझनूं में कहा था कि मुख्यमंत्री पैरों में पट्टी बांधकर बैठे हुए हैं. गृह विभाग यदि काबिल व्यक्ति के पास होता तो काम होता. बहन-बेटियों के अत्याचार में राजस्थान देश में नंबर वन है और ये राजेंद्र गुढ़ा नहीं, बल्कि अपराध के आंकड़े बोल रहे हैं. इससे पहले उन्होंने कहा था कि पुलिस मंथली ले रही है, सरेआम दारू बिक रही हैं और सारी शराब अवैध है. पुलिस शराब के रूट एस्कॉर्ट करती है.चालान काटने के पैसे, एफआईआर करने के पैसे... हर जगह पैसे ले रहे हैं..कीड़े पड़ेंगे.