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गृह मंत्री अमित शाह की IPS अधिकारियों को नसीहत, 'पब्लिसिटी से दूर रहें, ड्यूटी पर फोकस करें'

अमित शाह की तरफ से जोर देकर कहा गया कि IPS अधिकारियों को पब्लिसिटी से दूर रहना चाहिए. वे कहते हैं कि पब्लिसिटी की वजह से कई काम रुक जाते हैं. सोशल मीडिया की दुनिया में ऐसा करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन आप सभी को पब्लिसिटी छोड़ अपनी ड्यूटी पर फोकस करना चाहिए.

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गृह मंत्री अमित शाह की IPS अधिकारियों को नसीहत ( फोटो- Twitter/@FeminismInIndia)
गृह मंत्री अमित शाह की IPS अधिकारियों को नसीहत ( फोटो- Twitter/@FeminismInIndia)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • शाह बोले- पब्लिसिटी से बचें  IPS अधिकारी
  • ड्यूटी पर फोकस करने की नसीहत
  • जनता में बढ़े विश्वास, दिया खास मंत्र

गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 72वें बैच के परिवीक्षाधीन अधिकारियों से संवाद किया था. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से बात भी की और IPS अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी का अहसास भी करवाया.

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शाह बोले- पब्लिसिटी से बचें  IPS अधिकारी

अमित शाह की तरफ से जोर देकर कहा गया कि IPS अधिकारियों को पब्लिसिटी से दूर रहना चाहिए. वे कहते हैं कि पब्लिसिटी की वजह से कई काम रुक जाते हैं. सोशल मीडिया की दुनिया में ऐसा करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन आप सभी को पब्लिसिटी छोड़ अपनी ड्यूटी पर फोकस करना चाहिए. मैं आप से अपील करता हूं कि आप अपनी एक डायरी बनाएं और दिन के अंत में रोज इस बात अध्ययन करें कि आपका काम सिर्फ पब्लिसिटी के लिए था या फिर सही मायनों में समाज की मदद हुई.

संबोधन के दौरान गृह मंत्री द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के बारे में भी बताया गया. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह विजन है कि व्यवस्था तभी बदली जा सकती है जब उसकी मशीनरी को आज की आवश्यकताओं के अनुसार प्रशिक्षित किया जाए. शाह की तरफ ये भी कहा गया कि IPS अधिकारियों को कभी भी ड्यूटी के दौरान निष्क्रिय नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें सही संतुलन बैठाते हुए न्यायपूर्ण कार्य पर जोर देना चाहिए.

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पुलिस की छवि पर कहा ये 

गृह मंत्री को इस बात का भी अहसास है कि पुलिस की छवि को लेकर आम जनता के मन में आज भी कई तरह के सवाल हैं. ऐसे में अपने संबोधन के दौरान उनकी तरफ से इस मुद्दे पर भी अहम जानकारी दी गई. उनकी नजरों में पुलिस की छवि में सुधार के लिए “संवाद और संवेदना” जरूरी है, इसलिए सभी पुलिसकर्मियों को संवेदनशील बनाने के साथ ही जनता के साथ संवाद और जनसम्पर्क बढ़ाने की आवश्यकता है.

शाह ने सभी पुलिस अधीक्षक और उप-अधीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारियों से अपील की कि उन्हें तहसील और गांव में जाकर लोगों से मिलना चाहिए और रात्रि निवास करना चाहिए. ऐसा होने से जनता में भरोसा बढ़ता है. गृह मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि देश की अखंडता का दायित्व भी इन्हीं अधिकारियों के ऊपर रहता है. वे कहते हैं- सरदार पटेल ने कहा था कि अगर हमारे पास एक अच्छी अखिल भारतीय सेवा नहीं होगी तो संघ समाप्त हो जाएगा और भारत अखंड नहीं होगा, संघीय ढांचे को मजबूत करना और देश की अखंडता बनाए रखना आपका दायित्व.

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बढ़ते साइबर क्राइम पर दिया बयान

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अमित शाह की तरफ से बढ़ते साइबर क्राइम पर भी चिंता जाहिर की गई.लेकिन उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि उनकी सरकार की तरफ से इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं. उनके मुताबिक मोदी सरकार ने तीन साल में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए, साइबर क्राइम से निपटने के लिए चार संस्थाएं बनाईं.

जानकारी के लिए बता दें कि इस खास कार्यक्रम में भारतीय पुलिस सेवा के 72वें बैच के परिवीक्षाधीन अधिकारियों के अलावा नेपाल, भूटान, मालद्वीव और मॉरीशस के पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए.

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