आंध्र प्रदेश के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल (girls hostel) में खुफिया कैमरा (Hidden camera) मिलने के मामले में कृष्णा जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आर गंगाधर राव का बयान आया है. गंगाधर राव ने कॉलेज पहुंचकर प्रारंभिक जांच की और कहा कि पुलिस को जांच के दौरान लड़कियों के हॉस्टल में कोई खुफिया कैमरा नहीं मिला.
राव ने कहा, 'हमने छात्रों और कॉलेज स्टाफ की मौजूदगी में संदिग्ध छात्रा के लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट भी जब्त कर लिए हैं. कोई वीडियो नहीं मिला. मुझे लगता है कि छात्राओं को इस मुद्दे पर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. आगे की जांच जारी है.'
क्या है मामला?
उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में खुफिया कैमरा मिलने के बाद हड़कंप मच गया. एक छात्रा की नजर पड़ी तो उसने तुरंत हॉस्टल प्रबंधन को जानकारी दी. बताया जा रहा है कि कैमरे से रिकॉर्ड किए गए कुछ फुटेज बॉयज हॉस्टल में शेयर भी हुए हैं. इस घटना से नाराज छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. उनका कहना है कि आरोपी को तुरंत अरेस्ट किया जाए और सख्त कार्रवाई की जाए.
जानकारी के अनुसार, यह मामला आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले का है. छात्राओं का आरोप है कि यहां गुडलवालेरु कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (Gudlavalleru College of Engineering) के गर्ल्स हॉस्टल में हिडन कैमरा लगा हुआ था. इस बात की जानकारी होते ही यहां हड़कंप मच गया. मामले से नाराज छात्राओं में आक्रोश फैल गया और उन्होंने कॉलेज परिसर में इकट्ठे होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
इंजीनियरिंग कॉलेज में विरोध-प्रदर्शन कर रहीं छात्राओं ने 'वी वान्ट जस्टिस' के नारे लगाना शुरू कर दिया. उन्होंने प्राइवेसी ब्रीच करने और वीडियो फुटेज शेयर करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. विरोध-प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची औऱ जायजा लिया. पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल की, इसके बाद इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर के छात्र को हिरासत में ले लिया. हालांकि छात्र की आइडेंटिटी नहीं जाहिर की गई है. पुलिस इस पूरे मामले में पूछताछ कर जांच-पड़ताल में जुटी है.