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आंध्र प्रदेश में शराब तस्करी में इजाफा, कीमत घटाने के लिए सरकार को होना पड़ा मजबूर

आंध्र प्रदेश सरकार ने शराब की कीमतों में कमी की है. वहीं इससे पहले शराब की कीमतों में इजाफा करने के कारण कई लोगों ने इसमें पैसे बनाने के मौके भी तलाश कर लिए थे. जिसके कारण शराब तस्करी में भी इजाफा देखने को मिला था.

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आंध्र प्रदेश में शराब की तस्करी
आंध्र प्रदेश में शराब की तस्करी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आंध्र प्रदेश में शराब की कीमतों में बदलाव
  • आंध्र प्रदेश में शराब की तस्करी बढ़ी
  • सस्ती शराब की कीमतें घटाई गई

आंध्र प्रदेश में शराब की तस्करी और सैनिटाइजर पीने से मौत के मामलों के कारण राज्य सरकार को शराब की कीमतों को कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. इससे पहले लॉकडाउन छूट के बाद शराब की कीमतों में 75% की तेजी देखी गई थी, जो पड़ोसी राज्यों विशेषकर तेलंगाना की तुलना में बहुत ज्यादा थी.

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आंध्र प्रदेश सरकार ने शराब की कीमतों में कमी की है. वहीं इससे पहले शराब की कीमतों में इजाफा करने के कारण कई लोगों ने इसमें पैसे बनाने के मौके भी तलाश कर लिए थे. जिसके कारण शराब तस्करी में भी इजाफा देखने को मिला था.

प्रवर्तन अधिकारियों के अनुसार 2020 में 15 मई तक औसतन प्रति माह 3,416 मामले दर्ज किए गए थे. जबकि 16 मई से 31 जुलाई तक की अवधि के लिए मामलों में 321% की वृद्धि दर्ज की गई. इसकी संख्या बढ़कर प्रति माह 10,977 हो चुकी थी. इसी दौरान गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की संख्या भी 3,109 से बढ़कर 14,478 हो गई, जो कि 466% इजाफा दिखाता है.

जबकि अन्य राज्यों से आंध्र प्रदेश में शराब की तस्करी 16 मई से 31 जुलाई 2020 तक की अवधि के बीच 2012 फीसदी तक बढ़ गई. वहीं तस्करी की गई बीयर के संबंध में इसी अवधि के दौरान 1251% का इजाफा देखा गया. इस अवधि के दौरान शराब की तस्करी में शामिल वाहनों की जब्ती में भी बढ़ोतरी देखी गई. इसी अवधि में वाहनों से मासिक औसत जब्ती 629 से बढ़कर 4,004 हो गई, जो कि 636% बढ़ोतरी है.

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विशेष प्रवर्तन ब्यूरो

बता दें कि वाईएस जगनमोहन रेड्डी सरकार ने मई 2020 में राज्य में शराब और रेत की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए एक विशेष प्रवर्तन ब्यूरो बनाया. जिसने आंध्र प्रदेश में मौजूद शराब की खुदरा कीमतों का विश्लेषण करने के बाद शराब और रेत की तस्करी के लिए 50 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया.

विशेष प्रवर्तन ब्यूरो ने यह भी कहा है कि आंध्र प्रदेश में निम्न मूल्य श्रेणियों की शराब की कीमतें तुलनात्मक रूप से तेलंगाना राज्य की तुलना में बहुत अधिक हैं और यह अंतर कर्नाटक, तमिलनाडु में दूसरे समान क्षेत्रों के लिए और भी अधिक है. साथ ही ब्यूरो ने इसमें सुधार का सुझाव दिया. जिसके बाद सरकार ने राज्य में शराब की कीमतों की समीक्षा करने का आदेश पारित किया.

कीमतों में बदलाव

जिसके बाद सस्ती शराब की कीमत (150 एमआरपी से कम) में कमी की गई है. बीयर और रेडी टू ड्रिंक की कीमतें भी 30 रुपये कम हो गई हैं. हालांकि, सरकार ने फिर से राज्य में प्रीमियम शराब (50/60/90 एमएल) की कीमत में 40-140 रुपये की बढ़ोतरी की है.

 

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