पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता ए.के. एंटनी के बड़े बेटे अनिल एंटनी के बीजेपी में शामिल होने पर अब उनके छोटे भाई अजित ने प्रतिक्रिया दी है. अजित ने कहा कि अनिल ने आवेग में आकर फैसला लिया और भगवा पार्टी उन्हें यूज करने के बाद उसी तरह बाहर फेंक देगी जिस तरह कड़ी से पत्ता बाहर फेंक दिया जाता है. मीडिया से बात करते हुए अजित ने कहा कि अनिल ने अपने फैसले की परिवार को भनक तक नहीं लगने दी. उनके इस फैसले का पता हमें मीडिया के जरिए चला तो हर कोई हैरान रह गया.
'पापा को इतना कमजोर कभी नहीं देखा'
अजित ने कहा कि जब उनके पिता ने बीजेपी मुख्यालय में अनिल को भाजपा की सदस्यता स्वीकार करते देखा तो वह बहुत दुखी हुए. अजित ने कहा, 'पापा (एके एंटनी) घर के एक कोने में बेहद उदास बैठे हुए थे. मैंने उन्हें अपने जीवन में इतना कमजोर कभी नहीं देखा. उन्होंने आंसू नहीं बहाए बस..' उन्होंने कहा कि उनके भाई के पास भाजपा में शामिल होने के अपने कारण होंगे. अजित ने कहा कि अनिल को कांग्रेस पार्टी के अज्ञात कार्यकर्ताओं से कई अपमानजनक कॉल्स आती थीं, जिससे उन्हें दुख पहुंचता था.
वापस आएंगे कांग्रेस में- अजित
अनिल के छोटे भाई ने कहा, 'मैंने सोचा था कि वह (कांग्रेस) पार्टी से गुस्से में दूर रहेंगे, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि वह भाजपा में चले जाएंगे. यह फैसला पूरी तरह से अप्रत्याशित था.' अनिल के भाजपा में शामिल होने के फैसले को आवेग में लिया गया फैसला करार देते हुए अजित ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि वह (अनिल) अपनी गलतियों को सुधारने के बाद कांग्रेस पार्टी में वापस आएंगे.
अजित ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर उन्हें लगता है कि यह उनके राजनीतिक भविष्य के लिए अच्छा है तो वह भाजपा में बने रह सकते हैं. उन्होंने कहा, 'वह शायद चले गए होंगे, क्योंकि उन्हें लगा कि यह उनके लिए अच्छा होगा. लेकिन, मैं बार-बार कहूंगा कि वे (भाजपा) उन्हें कड़ी पत्ते की तरह बाहर फेंक देंगे.'
कड़ी पत्ते की तरह बाहर फेंक देगी बीजेपी- अजित
अल्फोंस कन्ननथानम और टॉम वडक्कन जैसे नेताओं का उदाहरण देते हुए, जो कुछ साल पहले भाजपा में शामिल हुए थे, अजित ने कहा कि भाजपा सभी को अस्थायी रूप से इस्तेमाल करेगी और फिर उन्हें कड़ी पत्ते की तरह बाहर फेंक देगी. अनिल एंटनी गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और वी मुरलीधरन की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए थे. बेटे के भगवा पार्टी में शामिल होने पर पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा था, 'अनिल के भाजपा में शामिल होने के फैसले से मुझे गहरा दुख हुआ है. यह एक गलत फैसला था.'
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डिजिटल मीडिया सेल के प्रमुख अनिल ने दो महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बीबीसी की विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री फिल्म पर पार्टी के रुख की आलोचना की थी और इसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना की थी.
बीजेपी में शामिल होने के बाद क्या बोले अनिल?
बीजेपी में शामिल होने के बाद अनिल ने कहा, कांग्रेस में कई लोग सोचते हैं कि उनका धर्म एक परिवार के लिए काम करना है, लेकिन मेरा धर्म ऐसा नहीं है. मेरा धर्म इस देश के लिए काम करना है. उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि पीएम के नेतृत्व में हमारे पास अगले 25 वर्षों में भारत को एक विकसित देश बनाने का विजन है. पीएम के राष्ट्र निर्माण के विजन में योगदान देना मेरी जिम्मेदारी और कर्तव्य है.