राजस्थान के अलवर जिले के भिवाड़ी में रहने वाली अंजू पाकिस्तान पहुंचकर अपने फेसबुक फ्रेंड नसरुल्लाह से शादी कर चुकी है. इन दोनों की दोस्ती साल 2020 में फेसबुक के जरिए शुरू हुई थी. पहले मैसेंजर दोनों बात करते थे, इसके बाद नंबर एक्सचेंज किए और वॉट्सएप पर बात होने लगी. अंजू शादीशुदा है. उसके दो बच्चे हैं. दो साल पहले अंजू ने विदेश में नौकरी के नाम पर पासपोर्ट बनवाया था.
बता दें कि नसरुल्लाह पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में रहता है. नसरुल्लाह की उम्र 29 साल है, जबकि अंजू 34 साल की है. दोनों के बीच तीन साल से बातचीत हो रही थी. बीते दिनों अंजू अपने पति से झूठ बोलकर नसरुल्लाह से मिलने पाकिस्तान पहुंच गई.
अंजू मीना का ननिहाल जालौन के माधौगढ़ में तहसील के कैलोर गांव में है. अंजू के परिवार ने ईसाई धर्म अपना लिया था. इसी वजह से उसके रिश्तेदार अंजू से ताल्लुक नहीं रखते थे. अंजू पहले रियल स्टेट कंपनी में काम करती थी. वर्तमान में राजस्थान के भिवाड़ी की एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रही थी.
दो साल पहले विदेश में नौकरी के लिए बनवाया था पासपोर्ट
अंजू का पति अरविंद भी भिवाड़ी में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है. अरविंद ने कहा कि विदेश में नौकरी के लिए अंजू ने 2 साल पहले ही पासपोर्ट बनवाया था. चार दिन पहले जयपुर घूमने जाने की बात कहकर वह भिवाड़ी से निकली थी. इसके बाद वॉट्सएप कॉल पर उसने बताया कि वह लाहौर पहुंच गई है. 21 जुलाई 2023 को वह पाकिस्तान पहुंची. अरविंद साल 2005 से भिवाड़ी में रह रहे हैं. अरविंद के दो बच्चे हैं, वह अंजू और अंजू के भाई के साथ किराये के फ्लैट में रहते हैं.
पति से बोली- मैं लाहौर में हूं, कुछ दिन में आ जाऊंगी
अंजू अपने परिवार के साथ अलवर जिले के भिवाड़ी में रहती थी. उसके दो बच्चे हैं. अंजू ने अपने पति अरविंद से जयपुर घूमने जाने की बात कही थी. इसके बाद वह घर से निकल गई. वो वॉट्सएप कॉलिंग से अरविंद से बात करती रही. इसके बाद जब वह पाकिस्तान पहुंच गई तो कॉल पर उसने अपने पति को बता दिया कि वह लाहौर में है और दो-तीन दिन में लौट आएगी. इसी बीच खबरें आईं कि भारत की अंजू नाम की महिला अपने प्रेमी के पास पाकिस्तान पहुंच गई.
साल 2020 में फेसबुक पर नसरुल्लाह से हुई थी दोस्ती
अंजू से जब कॉल पर बात गई तो अंजू ने कहा कि मेरा ऐसा कुछ नहीं है, मैं 2-4 दिन में वापस आ रही हूं. क्या आप यहां नसरुल्लाह से सगाई करने पहुंची हैं? इस सवाल के जवाब में अंजू ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. अंजू ने कहा कि नसरुल्लाह से मेरी दोस्ती साल 2020 में हुई थी.
अंजू ने कहा कि काम के सिलसिले में मैंने फेसबुक चलाना शुरू किया था. उसी दौरान नसरुल्लाह से मेरी बातचीत शुरू हुई. पहले फेसबुक से होती थी, बाद में नंबर एक्सचेंज हुए और वॉट्सअप पर बातचीत होने लगी. मैं नसरूल्ला को दो-तीन साल से जानती हूं. मैंने अपनी बहन और मां को पहले दिन ही यह बात बता दी थी.
पाकिस्तान जाने के बाद क्या बोली अंजू
अंजू ने पाक जाने के बाद कहा कि बच्चों से मेरी लगातार बात हो रही है. यह पूछने पर कि क्या पति से अलग होना चाहती हैं? इसके जवाब में कहा कि जी, ऐसा है. शुरू से हमारे अच्छे संबंध नहीं हैं. मेरी मजबूरी थी, जो मैं उनके साथ रह रही थी. इसलिए मैंने अपने साथ भैया-भाभी को भी रखा है.
अंजू ने कहा कि मैं बच्चों को पढ़ाने के लिए और काम करने के लिए उनके साथ रह रही थी. मैंने गुरुग्राम में भी जॉब की है. मेरा ऐसा कोई पर्पज नहीं है कि मैं यहां नसरुल्लाह से शादी करूंगी. मैं फिलहाल घूमने के पर्पज से आई हूं. मैं इंडिया आकर पति से अलग बच्चों के साथ रहना चाहती हूं. फिलहाल मैं पति के साथ एक साथ रहती थी.
अंजू ने वीडियो जारी कर कहा- 10 दिन की छुट्टी पर आई हूं
अंजू ने कहा कि मैं कंपनी से 10 की दिन छुट्टी पर आई हूं. हालांकि मैंने कंपनी से कहा था कि मुझे समय लग जाए तो आप किसी और को लगा सकते हैं. क्या आप इंडिया आकर अपने परिवार के साथ रहना चाहती हैं या इनके साथ ही.
अंजू– मेरी अभी कोई प्लानिंग नहीं है, मैं जल्द वापस आऊंगी. भविष्य में कुछ फैसला लूंगी तो बताऊंगी. अंजू ने पाकिस्तान से एक वीडियो जारी कर कहा है कि वह लीगल तरीके से भारत से आई है और लीगल तरीके से वापस लौटेगी.
नसरुल्लाह ने कहा- अंजू की मर्जी के बिना नहीं होगी शादी
आजतक ने जब पाकिस्तान में अंजू के दोस्त नसरुल्लाह से बातचीत की नसरुल्लाह ने कहा कि मैं अंजू से प्यार करता हूं, लेकिन बिना अंजू की मर्जी के शादी नहीं होगी. अभी यह हमारे यहां गेस्ट की तरह आई हैं. अगले 2 से 3 दिन में वापस अपने देश चली जाएंगी. अंजू के बारे में सब जानता हूं. अगर ये शादी करेंगी तो इनके बच्चों को भी साथ रखूंगा.
नसरुल्ला मेडिकल लाइन में है. पिता की मौत हो चुकी है. अंजू को पाकिस्तान की काफी जगहों पर घुमाया है. अंजू को नसरुल्ला की फैमिली ने भी काफी पसंद किया है. पाकिस्तान में नसरुल्लाह के घर के चारों तरफ सिक्योरिटी मौजूद है.
धर्म बदलने के बाद की शादी, नाम रखा फातिमा
पाक मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि धर्म बदलने के बाद अंजू का इस्लामिक नाम फातिमा रखा गया है. अंजू और नसरुल्लाह की शादी जिला कोर्ट में हुई है. अंजू ने इस्लाम अपना लिया है. मालकुंड डिवीजन के डीआइजी नासिर महमूद दस्ती ने अंजू और नसरुल्लाह की शादी की पुष्टि की. दोनों की शादी जिला और सत्र न्यायाधीश डीआइजी मालकुंद की कोर्ट में कराई गई, जिसके बाद अंजू को पुलिस सुरक्षा में नसरुल्लाह के घर पहुंचाया गया.
अंजू का जन्म उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के कैलोर में हुआ था. उसके पासपोर्ट में कैलोर का पता ही दर्ज है. अंजू की शादी मद्रासी मूल के ईसाई व्यक्ति से हुई थी. अंजू के मामा ने कहा कि मेरी उससे ज्यादा कोई बोलचाल नहीं थी. उसने धर्म परिवर्तन कर लिया था. इस वजह से हम लोग कोई मतलब नहीं रखते थे. हमें खबरों के जरिए पता चला है कि वो पाकिस्तान चली गई है.
ग्वालियर के पास गांव में रहते हैं अंजू के पिता
अंजू के पिता गया प्रसाद मध्य प्रदेश के ग्वालियर के पास टेकनपुर के पास रहते हैं. वे अंजू के इस कदम को गलत ठहरा रहे हैं, साथ ही अंजू के सनकी होने का भी दावा कर रहे हैं. अंजू ग्वालियर में आंतरी थाना अंतर्गत टेकनपुर स्थित बौना गांव की रहने वाली है. अंजू की शादी राजस्थान के भिवाड़ी में हुई थी.
पिता ने कहा- सनकी है अंजू, उससे मतलब नहीं
अंजू के पिता गया प्रसाद ने कहा कि अंजू सनकी है. उससे किसी भी तरह का सबंध नहीं है. बता दें कि गया प्रसाद ने काफी समय पहले धर्म परिवर्तन कर लिया था, उन्होंने ईसाई धर्म अपनाया था. उनका नाम अब गया प्रसाद थॉमस है. गया प्रसाद से जब उनके धर्म परिवर्तन को लेकर सवाल पूछा गया तो वे भड़क गए और सवाल का जवाब देने से साफ इंकार कर दिया.
यूपी के बलिया में है अंजू की ससुराल
अंजू की ससुराल मूल रूप से यूपी के बलिया में है. हालांकि अंजू अपने पति के साथ भिवाड़ी में ही रहती थी. वहीं से वो बिना बताए अपने दोस्त से मिलने पाकिस्तान चली गई. बलिया के खड़गपुर गांव में उसके ससुराल के लोगों का कहना है कि अंजू करीब दस साल पहले अपने देवर की शादी में पति अरविंद के साथ आई थी. उसके बाद कभी गांव नहीं आई. अंजू की शादी अंजू और उसके घरवालों की मर्जी से हुई थी.
गांव के लोग बोले- खबर सुनकर बुरा लग रहा है
अंजू के पाकिस्तान चले जाने की खबर से गांव के लोग हैरान हैं. प्रधान प्रतिनिधि राजेंद्र कुमार का कहना है कि इस खबर को सुनने के बाद बहुत बुरा लग रहा है. अरविंद दस साल पहले गांव आया था. उसके बाद कभी नहीं आया. अरविंद के दादा ने बहुत पहले ईसाई धर्म अपना लिया था.