पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अपने फेसबुक फ्रेंड से मिलने गई शादीशुदा भारतीय महिला अंजू के पिता संदिग्ध तरीके से गायब हैं. घर में ताला डला हुआ और मोबाइल फोन बंद आ रहा है. खुफिया एजेंसियों इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) और आतंक निरोधक दस्ते (ATS) के अलर्ट होने के बाद यह सब घटनाक्रम हुआ. अंजू के पिता ग्वालियर (मध्य प्रदेश) के टेकनपुर स्थित बौना गांव में रहते हैं. यह इलाका बीएसएफ अकादमी से सटा होने के कारण बेहद संवेदनशील एरिया में आता है.
दरअसल, अलवर जिले के भिवाड़ी में रह रही अंजू के पाकिस्तान जाने के बाद ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बौना गांव में रहने वाले पिता गयाप्रसाद थॉमस ने सोमवार को मीडिया के संवाददाताओं से बातचीत की थी. स्थानीय आंतरी थाना पुलिस भी गयाप्रसाद से बातचीत करने पहुंची थी. इसके बाद आईबी समेत सुरक्षा एजेसियां अलर्ट हुईं और अधिकारी अंजू के पिता से पूछताछ करने के इरादे से बौना गांव पहुंचे. लेकिन देखा कि घर में ताला डला है और उनका मोबाइल भी बंद हैं.
पड़ोसियों ने पूछताछ में बताया कि गयाप्रसाद सोमवार शाम को ही अपनी Bajaj V15 बाइक उठाकर घर से गायब हो गए. इसके बाद एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं. उधर, स्थानीय पुलिस भी हरकत में आ गई है.
बीएसएफ में चाचा, दादा भी रह चुके
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गयाप्रसाद के पिता यानी अंजू के दादा बीएसएफ में थे. परिवार ग्वालियर के पड़ोसी जिले भिंड का रहने वाला है. लेकिन सैन्य बल में नौकरी के बाद टेकनपुर में ही बस गया था. गयाप्रसाद के एक भाई मनोज ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी और एक भाई अशोक बीएसएफ में पदस्थ हैं.
जालौन से हुई थी गयाप्रसाद की शादी
अंजू के पिता गयाप्रसाद का विवाह उत्तर प्रदेश के जालौन जिला की सुलोचना के साथ हुआ था. शादी के बाद परिवार बौना गांव में ही रहता था. गांव में ही एक चर्च में जाते जाते पादरियों से संपर्क हुआ और परिवार मतांतरण कर ईसाई बन गया.
इसके बाद गयाप्रसाद पत्नी सुलोचना और बच्चों के साथ हरियाणा के फरीदाबाद में रहने चले गए थे. अंजू समेत दंपती की पांच बेटियां और एक बेटा है. ग्वालियर के बीएसएफ एरिया से सटे बौना गांव स्थित अपने घर में गयाप्रसाद ने कोविड काल के दौरान वापसी की थी. तभी से वह अकेले रह रहे हैं.
डेविड की शादी के बाद लौटे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गयाप्रसाद फरीदाबाद में पेशे से टेलरिंग का काम करता था. अपनी पांच बेटियों और सबसे छोटे बेटे डेविड की शादी के बाद वह गांव लौट आया था. उधर, डेविड अपनी पत्नी सुनीता संग फरीदाबाद में रहता है. लेकिन गर्भवती पत्नी की देखरेख के लिए वह बहन अंजू के भिवाड़ी स्थित घर में शिफ्ट हो गया. हालांकि, अंजू ने अपने एक बयान में कहा- पति अरविंद से उसके संबंध अच्छे नहीं चल रहे थे, इसलिए उसने अपने घर पर भाई और भाभी को बुला लिया था.
आमदनी का पता लगाने में जुटी एजेंसी
उधर, पता चला है कि गयाप्रसाद के गांववाले घर में सुख सुविधा का लगभग पूरा सामान उपलब्ध है. तकरीबन एक लाख रुपए कीमत की मोटरसाइकिल से चलता है. अब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की निगाह अंजू के पिता की आमदनी का पता लगाने पर टिकी है.
अंजू को बताया था सनकी
बता दें कि मीडिया से बातचीत में अंजू के पिता गयाप्रसाद थॉमस ने कहा था, ''मुझे बेटी के पाकिस्तान जाने के बारे में रविवार को ही पता चला. मेरे बेटे डेविड ने मुझे बताया कि दीदी वहां (पाकिस्तान) गई हैं. अंजू की करीब 20 साल पहले शादी हुई थी और वह भिवाड़ी (राजस्थान के अलवर जिले में) चली गई थी. मेरा उससे कोई रिश्ता नहीं है. मेरा घर खाली रहने के कारण अभी मैं यहीं रह रहा हूं. मैं समय-समय पर (हरियाणा के फरीदाबाद से) बौना गांव आता रहता हूं.''
गयाप्रसाद ने यह भी दावा किया था कि अंजू मानसिक रूप से परेशान और सनकी है, और यह भी विश्वास जताया कि उसका कोई प्रेम प्रसंग नहीं चल रहा है. उन्होंने अपने बेटे डेविड के हवाले से बताया कि उनकी बेटी पाकिस्तान में किसी सहेली से मिलने गई है.
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