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Indian Army mines: इंसान हो या टैंक... भारत की सरहद में रखा कदम तो निकलेगा दम, Mines तैयार

Indian Army: जैसे ही कोई बॉर्डर में घुसने का प्रयास करेगा, ये माइन्स (Anti-Tank And Anti-Personnel Mines) अपना काम करेंगी और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब मिल जाएगा.

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बॉर्डर इलाकों पर तैनात होंगी 'एंटी-पर्सनल माइन्स'
बॉर्डर इलाकों पर तैनात होंगी 'एंटी-पर्सनल माइन्स'
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भारत की धरती पर रखा कदम तो दुश्मनों का होगा तुरंत सफाया
  • बॉर्डर इलाकों पर तैनात होंगी 'एंटी-पर्सनल माइन्स'

बॉर्डर क्षेत्रों में भारतीय सेना की ताकत और ज्यादा बढ़ने जा रही है. सेना को जल्द ही 7 लाख स्वदेशी रूप से विकसित 'निपुण' एंटी-पर्सनल माइन्स की सौगात मिल सकती है. इसके अलावा सेना को अब टैंक रोधी माइन्स 'विभव' और 'विशाल' भी जल्द मिल जाएंगी. DRDO द्वारा विकसित की गईं इन माइन्स का एडवांस लेवल का ट्रायल चल रहा है.

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सेना की ताकत बढ़ जाएगी कई गुना

बताया जा रहा है कि इन माइन्स के जरिए दुश्मनों का तुरंत सफाया कर दिया जाएगा. जैसे ही कोई हमारे बॉर्डर में घुसने का प्रयास करेगा, ये माइन्स अपना काम करेंगी और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब मिल जाएगा. इन सभी माइन्स में 'निपुण' एंटी-पर्सनल माइन को सबसे ज्यादा खास माना जा रहा है.

मेड इन इंडिया वाले इन माइन के अंदर खतरनाक RDX का भी इस्तेमाल किया गया है. इस वजह से इसकी शक्ति कई गुना बढ़ चुकी है. इस सब के अलावा अभी प्रचंड, उल्का और पार्थ जैसी माइन्स पर भी काम किया जा रहा है. इन्हें भी भविष्य के लिहाज से तैयार किया जा रहा है और जल्द ही सेना में शामिल कर लिया जाएगा.

चीन-पाक दोनों को दिया जाएगा जवाब

एंटी टैंक माइन्स विभव और विशाल की बात करें तो इनका निर्माण भी DRDO ने किया है. बताया गया है कि इन माइन्स में दुश्मन के टैंकों को रोकने की अद्भुत क्षमता है. इनका सेंसर इतना शानदार और एडवांस है कि दुश्मन को बिना भनक लगे उसका बड़ा नुकसान किया जा सकता है.

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जानकारी दी गई है कि इन नई माइन्स की सौगात भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स को मिलने जा रही है. इसका इस्तेमाल LOC और LAC दोनों जगह किया जाएगा. मतलब पाकिस्तान और चीन दोनों को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी की गई है.

ऊंचाई वाले क्षेत्रों में नहीं रुकेगी पानी सप्लाई

इस सब के अलावा अब ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेना तक कम समय में पानी पहुंचाने का काम भी आसान बना दिया गया है. सेना की ही तरफ से कहा गया है कि जल्द ही हाई हेड वाटर पंपों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात कर दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि कुल 200 हाई हेड वॉटर पंप लगाए जा सकते हैं. पानी के अलावा इन पंपों के जरिए ईंधन पहुंचाने में भी बड़ी मदद मिलने वाली है. इन पंपों को LAC यानी की भारत-चीन बॉर्डर पर लगाने की तैयारी है.

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