बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दीपांकर दत्त को सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने जस्टिस दत्त की नियुक्ति के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. सोमवार को जस्टिस दत्त शपथ लेंगे. दरअसल, जस्टिस दीपांकर दत्त के नाम की सिफारिश चीफ जस्टिस उदय उमेश ललित की अगुआई वाले कोलेजियम ने 26 सितंबर को हुई बैठक में की थी. जस्टिस ललित की अगुआई में कॉलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट में सिर्फ एक ही जज की नियुक्ति की सिफारिश की थी.
लगभग ढाई महीनों बाद सरकार ने इस पर अपनी सहमति की मुहर लगाकर राष्ट्रपति के पास निर्णायक मंजूरी के लिए भेज दिया था. राष्ट्रपति ने शुक्रवार को अपनी मंजूरी देते हुए नियुक्ति पत्र जारी कर दिया है. सोमवार सुबह 10:30 बजे जस्टिस दीपांकर दत्त सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ लेंगे. वह चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा के साथ पीठ में बैठेंगे. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की परंपरा के मुताबिक कार्यकाल के पहले और आखिरी दिन जज चीफ जस्टिस की पीठ में साथ बैठते हैं. चीफ जस्टिस के कार्यकाल के आखिरी दिन वरिष्ठता क्रम में नंबर दो जज एक नंबर कोर्ट में चीफ जस्टिस की पीठ के अंग होते हैं.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में फिलहाल 34 जजों की कुल तय संख्या के मुकाबले 27 जज ही अभी काम कर रहे हैं. जस्टिस दीपांकर दत्त के शपथ ग्रहण के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 28 हो जाएगी. वहीं अगले आठ महीनों में छह जज रिरायर होने वाले हैं. जस्टिस दीपांकर दत्त का परिवार भी न्यायिक पेशे से है. उनके पिता भी कलकत्ता हाईकोर्ट में जज रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस अमिताभ रॉय भी उनके निकट संबंधी हैं.