राजौरी में तीन नागरिकों की संदिग्ध मौत के मामले में भारतीय सेना ने इंटरनल इंक्वायरी शुरू कर दी है. एक ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी को ऑफ ड्यूटी करके जांच पूरी होने तक जम्मू-कश्मीर से ट्रांसफर कर दिया गया है. बता दें कि पुंछ जिले के धत्यार मोड़ के पास 21 दिसंबर की दोपहर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला कर दिया था. इस हमले में भारतीय सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे और 3 अन्य घायल हुए थे. कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी.
आतंकी हमले के दो दिन बाद पुंछ में तीन नागरिक संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए थे. केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए प्रत्येक मृतक के परिजनों को मुआवजे और अनुकंपा नियुक्ति की घोषणा की थी. इंडियन आर्मी ने भी एक बयान जारी कर कहा था कि मामले की जांच चल रही है. सेना इसमें पूर्ण समर्थन और सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है. सुरक्षा बलों ने आतंकियों की तलाश में राजौरी और पुंछ सेक्टर में लगातार 6 दिन से हवाई निगरानी और गहन जमीनी तलाशी अभियान चला रखा है. खासकर डेरा की गली और बफलियाज के वन क्षेत्र में गहन सर्च ऑपरेशन चल रहा है.
सूत्रों के अनुसार, मृतकों के परिवारों द्वारा हिरासत में यातना के आरोपों के बीच नागरिकों की मौत के मामले में सेना कुछ अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर रही है और अन्य की पोस्टिंग में बदलाव कर रही है. इस बीच, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे सोमवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे. उन्होंने नगरोटा में व्हाइट नाइट कॉर्प्स मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. वह अशांत क्षेत्रों का दौरा भी करेंगे. सेना प्रमुख को 16 कॉर्प्स और राष्ट्रीय राइफल्स ने आतंकवाद विरोधी अभियानों की वर्तमान स्थिति और क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी ढांचे को मजबूत करने के लिए लागू किए जा रहे उपायों के बारे में व्यापक जानकारी दी.
इसके अलावा, राजौरी-पुंछ सेक्टर में सोमवार को लगातार तीसरे दिन मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं. आतंकवादियों ने राजौरी में हमले वाली जगह की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिसमें अत्याधुनिक अमेरिका निर्मित एम4 कार्बाइन असॉल्ट राइफलें दिखाई दे रहीं थीं. इसी दिन अखनूर सेक्टर में सुरक्षा बलों ने पाकिस्तानी की ओर से घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया था. चार आतंकवादियों ने भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश की थी. मुस्तैद सुरक्षाबलों की कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया था. सेना ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें बचे हुए तीन आतंकी अपने साथी का शव घसीटकर ले जाते हुए दिखे थे.