भारतीय आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने एक बार फिर चीन को चेतावनी दी है. उन्होंने पूर्वी लद्दाख में भारत चीन विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा धैर्य हमारा आत्मविश्वास है, लेकिन किसी को भी इसे परखने की गलती नहीं करनी चाहिए. इतना ही नहीं जनरल नरवणे ने कहा, भारतीय सेना का संदेश साफ है कि LAC पर एक-तरफा यथास्थिति को किसी कीमत पर बदलने नहीं दिया जाएगा.
आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे आर्मी डे परेड को संबोधित करने पहुंचे थे. 15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल के एम करियप्पा भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ बने थे. तभी से इस दिन सेना दिवस मनाया जाता है.
इस दौरान आर्मी चीफ ने चीन के साथ विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि सेना के लिए पिछला साल काफी चुनौतीपूर्ण रहा है. उन्होने कहा, स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारत और चीन के बीच 14 राउंड की बातचीत पूरी हो चुकी है.
हमारे धैर्य को परखने की गलती न करे
उन्होंने कहा, कई स्तर पर बातचीत का नतीजा हुआ है कि कई क्षेत्रों में डिसएंगेजमेंट पूरा हो चुका है. उन्होंने कहा, 'आपसी और समान सुरक्षा के आधार पर मौजूदा स्थिति को निपटाने की कोशिश जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए बर्फ से ढके पहाड़ों पर तैनात जवानों का मनोबल आसमान पर है. उन्होंने कहा, हमारा धैर्य, हमारे आत्म विश्वास का प्रतीक है. लेकिन किसी को भी इसे परखने की गलती नहीं करनी चाहिए.'
जनरल नरवणे ने कहा, एलओसी पर पिछली साल की तुलना में स्थिति में सुधार हुआ है. लेकिन पाकिस्तान अभी भी आतंकियों को पनाह दे रहा है. उन्होंने कहा करीब 300-400 आतंकी पाकिस्तान के ट्रेनिंग कैंप में हैं. ये भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 1 साल में 194 आतंकी मारे गए हैं.
जून 2020 में हुआ था भारत और चीन के बीच विवाद
भारत और चीन के बीच गलवान में 5 मई 2020 के बाद से विवाद जारी है. 15 जून की रात भारत और चीन की सेनाएं आमने सामने आ गई थीं. इस दौरान भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद से दोनों देशों ने बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती की है. उधर, दोनों देशों के बीच सीमा को लेकर जारी विवाद को सुलझाने के लिए 14 राउंड की सैन्य स्तर पर बातचीत हो चुकी है.