टीचर घोटाला मामले में फंसी पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी की कार हादसे की शिकार हो गई है. बताया जा रहा है कि ईडी का काफिला अर्पिता मुखर्जी को कोर्ट से सीजीओ कॉम्प्लेक्स ले जा रहा था. इसी दौरान कार हादसे की शिकार हो गई. हादसा सीजीओ कॉम्प्लेक्स के रास्ते में सॉल्ट लेक इलाके की की है.
जानकारी के मुताबिक, अर्पिता मुखर्जी सुरक्षित हैं और हादसा मामूली था. हादसे के बाद अर्पिता को सुरक्षित सीजीओ कॉम्प्लेक्स ले जाया गया है. बता दें कि पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में फंसे मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को एक दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है. कोर्ट ने अर्पिता की जमानत याचिका भी खारिज कर दी है. अब ईडी उन्हें कल पीएमएलए कोर्ट में पेश करेगी. उधर, अब ईडी अपनी जांच का विस्तार कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घोटाले में कितने बड़े-बड़े नाम शामिल हैं.
पार्थ चटर्जी को झटका, बंगाल में नहीं होगा इलाज
टीचर भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को कोलकाता हाई कोर्ट से झटका लगा है. पार्थ को लेकर हाई कोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है. हाई कोर्ट ने पार्थ चटर्जी को सोमवार सुबह AIIMS भुवनेश्वर ले जाने का आदेश दिया है. इसके अलावा कोर्ट ने उस आदेश को भी खारिज कर दिया जिसमें पार्थ चटर्जी के वकील को पूछताछ के दौरान उपस्थित रहने की अनुमति दी गई थी.
इसके अलावा सोमवार दोपहर तीन बजे तक एम्स भुवनेश्वर की ओर से पार्थ चटर्जी की मेडिकल रिपोर्ट कोलकाता हाई कोर्ट के सामने पेश की जाएगी. बता दें कि कल शाम चार बजे ट्रायल कोर्ट के समक्ष सुनवाई होनी है. पार्थ चटर्जी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाएगा.
क्या है मामला?
पार्थ चटर्जी को 23 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. ये गिरफ्तारी 26 घंटे पूछताछ के बाद हुई थी. मामला शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़ा है. पार्थ चटर्जी की करीबी मानी जाने वालीं अर्पिता मुखर्जी के घर शुक्रवार को ED ने छापा मारा था. यह छापा पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले के मामले में मारा गया था. इस छापे में अर्पिता के घर से 20 करोड़ के करीब कैश बरामद हुआ था. पूछताछ के बाद ईडी ने पहले उनको हिरासत में लिया. इसके तार पार्थ चटर्जी से जुड़े, जिसके बाद मंत्री की गिरफ्तारी हुई.