अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर से सटे बॉर्डर पर भारतीय और चीनी सैनिकों की झड़प की घटना पर प्रदेश के सीएम पेमा खांडू ने ट्वीट किया- भारतीय सेना ईंट का जवाब पत्थर से नहीं... ईंट का जवाब लोहा से दे रही है. उन्होंने लिखा कहा- यांगत्से हमारे विधानसभा क्षेत्र में आता है. हम हर साल वहां जाकर ग्रामीणों और जवानों से मुलाकात करते हैं. यह अब 1962 का समय नहीं रहा. अब अगर कोई हमारे क्षेत्र में अतिक्रमण करने की कोशिश करेगा तो हमारे वीर जवान उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे.
9 दिसंबर को वास्तविक नियंत्रण रेखा पार कर कब्जा करने आए चीनी सैनिकों को न सिर्फ भारतीय जवानों ने पीछे धकेल दिया, बल्कि उन्हें सबक भी सिखाया. सूत्रों के मुताबिक, भारत को पहले से ही चीन द्वारा इस तरह की कार्रवाई की पहले से आशंका थी. ऐसे में भारतीय सेना ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पहले से तैयारी कर रखी थी. इसका नतीजा ये हुआ कि भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को दौड़ा दौड़ा कर खदेड़ा. यहां तक कि कुछ भारतीय जवान चीनी पोस्ट तक पहुंच गए थे.
हमारा कोई जवान गंभीर रूप से घायल नहीं: राजनाथ
इससे पहले सदन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने झड़प को लेकर कहा कि तवांग में 9 दिसंबर को चीनी सैनिकों ने एलएसी पर अतिक्रमण करने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सेना ने चीन का बहादुरी से जवाब दिया. इस दौरान हाथापाई भी हुई और दोनों ओर कुछ सैनिकों को चोटें भी आईं. उन्होंने बताया कि भारतीय सेना के किसी भी जवान की न तो झड़प में मौत हुई और न ही कोई गंभीर जख्मी हुआ.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बताया, 09 दिसंबर 2022 को PLA सैनिकों ने अरुणाचल के तवांग सेक्टर के यांग्त्से में एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास किया. चीन के इस प्रयास का हमारी सेना ने दृढ़ता के साथ सामना किया. इस दौरान दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए. हाथापाई भी हुई. इस झड़प में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें आईं, लेकिन मैं सदन को बताना चाहता हूं कि झड़प में हमारे किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ.
एक नजर में जानें 9 दिसंबर को तवांग में क्या हुआ?
- भारतीय सेना को पहले से चीन द्वारा उकसावे की कार्रवाई करने की खुफिया जानकारी मिली थी.
- भारतीय सेना ने चीन की हरकत का जवाब देने के लिए पहले से तैयारी कर ली थी. भारत ने पहले से अतिरिक्त जवानों की तैनाती की थी.
- चीन के 300 सैनिक एलएसी पर यांगत्से में भारतीय पोस्ट पर आए, इसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई. इस दौरान हाथापाई भी हुई, चीनी सैनिकों द्वारा पत्थरबाजी भी की गई.
- भारतीय सैनिकों ने तुरंत और जवानों को बुलाया, ये सभी पास में थे और तेजी से झड़प वाली जगह पर आ गए.
- इसके बाद भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को घेर लिया और उनपर टूट पड़े.
- इस दौरान भारतीय सैनिकों ने चीनियों सैनिकों का मुकाबला किया और उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया. कुछ चीनी सैनिकों की पिटाई भी की गई.
- इस दौरान भारतीय सैनिक को भी हल्की चोटें आईं. एक सैनिक के कलाई में फ्रैक्चर भी है.
- भारतीय सैनिकों के जवाब के बाद चीनी सैनिकों ने पीछे हटना शुरू किया.
- भारतीय सैनिकों ने चीनियों का पीछा किया, इस दौरान उनमें से कुछ को पकड़ भी लिया.
- 50 भारतीय सैनिकों का एक गुट चीनी पोस्ट के पास भी पहुंच गया.
- चीनी ने भारतीय सैनिकों को देखते हुए हवाई फायरिंग भी की.
- इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से लाउड स्पीकर पर एक दूसरे को चेतावनी दी गई. भारतीय सैनिक चेतावनी देते हुए अपने क्षेत्र में आ गए.
- इसके दो दिन बाद 11 दिसंबर को स्थानीय कमांडर ने चीनी समकक्ष के साथ फ्लैग मीटिंग की. बैठक में भारतीय पक्ष ने चेतावनी देते हुए चीन को प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा.
- चीनी पक्ष का कहना है कि भारतीय पोस्ट निर्धारित प्रक्रियाओं का उल्लंघन है.
- भारत ने शांतिपूर्ण पेट्रोलिंग करने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी उकसावे का बलपूर्वक जवाब दिया जाएगा.