मोदी सरकार द्वारा लाए गए किसानों से जुड़े तीन विधेयकों को लेकर राजनीतिक बवाल जारी है. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसका खुले तौर पर विरोध कर दिया है. आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने ऐलान किया है कि संसद में उनकी पार्टी इन तीनों विधेयकों के खिलाफ वोट करेगी.
गुरुवार सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि खेती और किसानों से संबंधित तीन कानून संसद में लाए गए हैं जो किसान विरोधी हैं. देश भर में किसान इनका विरोध कर रहे हैं. केंद्र सरकार को इन तीनों कानूनों को वापस लेना चाहिए, आम आदमी पार्टी संसद में इनके विरोध में वोट करेगी.
खेती और किसानों से संबंधित तीन क़ानून संसद में लाए गए हैं जो किसान विरोधी हैं। देश भर में किसान इनका विरोध कर रहे हैं। केंद्र सरकार को इन तीनों क़ानूनों को वापस लेना चाहिए। आम आदमी पार्टी संसद में इनके विरोध में वोट करेगी।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 17, 2020
दरअसल, केंद्र सरकार के द्वारा कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) बिल, आवश्यक वस्तु (संशोधन) बिल, मूल्य आश्वासन तथा कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता बिल संसद में लाए जा रहे हैं, जिनका विरोध हो रहा है. मोदी कैबिनेट इन्हें पहले ही मंजूरी दे चुकी है.
कई राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया है, देश के कई शहरों में किसान इसके विरोध में सड़कों पर भी उतरे हैं. किसान संगठन, किसान व कांग्रेस समेत कुछ राजनीतिक दल इन अध्यादेशों का विरोध कर रहे है. विरोध के पीछे दलील दी जा रही है इससे मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और निजी कारोबारियों या बाहरी कंपनियों की मनमानी बढ़ जाएगी.
केंद्र सरकार में मोदी सरकार की साथी अकाली दल ने भी इन कानूनों का खुलकर विरोध किया है और खिलाफ बयान दिए हैं. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष पर इस मसले पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया था. साथ ही कहा था कि अकाली दल से उनकी इस मसले पर बात हो गई है.