आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक प्रमुख राजनीतिक बहस का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भगत सिंह और बाबा साहब आंबेडकर उनके आदर्श हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली और पंजाब की सरकारों में इन महान नेताओं की तस्वीरें हर कार्यालय में लगी हैं, लेकिन नई सरकार आने के बाद सबसे पहले इनकी तस्वीरें हटा दी गईं. उन्होंने बीजेपी को "अंग्रेजों से भी बदतर" बताया.
केजरीवाल ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब से उन्होंने (बीजेपी) सत्ता संभाली है, वे भगत सिंह और आंबेडकर की विरासत के साथ सम्मानपूर्वक बर्ताव नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "हम उम्मीद कर रहे थे कि भाजपा महिलाओं के लिए 2,500 रुपये की घोषणा करेगी, लेकिन इसके बजाय उन्होंने अपने नेताओं की तस्वीरें लगाने को प्राथमिकता दी."
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कांग्रेस पर केजरीवाल ने लगाए आरोप
केजरीवाल ने कांग्रेस के खिलाफ भी आवाज उठाई और कहा कि जब आप ने इन महान नेताओं की तस्वीरें लगाईं, तो कांग्रेस ने गांधीजी की तस्वीर ना लगाए जाने पर आपत्ति जताई, लेकिन जब बीजेपी ने इनकी तस्वीरें हटाई, तो कांग्रेस ने चुप्पी साध ली. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा और कांग्रेस के बीच मिलीभगत है.
जब जेल से भगत सिंह लिखते थे चिट्ठी...!
केजरीवाल ने स्वतंत्रता सेनानीयों के सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी सरकारों की होती है, लेकिन आज उनकी कोई उम्मीदें पूरी नहीं हो रही. उन्होंने कहा, "भगत सिंह ने जेल से उनके कई पत्र लिखे थे जो ब्रिटिश राज के खिलाफ थे, फिर भी ब्रिटिश सरकार ने उन्हें उनके साथियों तक पहुंचने दिया."
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अरविंद केजरीवाल ने कहा, "जब मैं जेल में था, तब मैंने एलजी को चिट्ठी लिखी थी कि मैं जेल में हूं, इसलिए आतिशी को झंडा फहराने की इजाजत दी जाए. इसमें कुछ भी गलत नहीं था. मैंने जेल अधीक्षक को चिट्ठी दी, लेकिन वो चिट्ठी एलजी तक नहीं पहुंची. भगत सिंह को कोई भी चिट्ठी लिखने की आजादी थी, लेकिन मैं दो लाइन की चिट्ठी नहीं लिख सकता. आप (बीजेपी) अंग्रेजों से भी बदतर हैं..."