दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर उपराज्यपाल (LG) पर निशाना साधा है. उन्होंने एलजी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि जब से आपने पद संभाला है, अधिकारियों ने जनहित से जुड़े काम करने छोड़ दिए हैं.
केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में सर्विस और विजिलेंस जैसे विभाग आपके नियंत्रण में हैं. इस तरह से दोषी अफसर के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार भी आपके पास है. लेकिन जब आप कार्रवाई नहीं करते, तो मेरे मन में शक पैदा होता है कि क्या ये सब आपके निर्देश पर हो रहा है. मैं ये सोचने को मजबूर हूं कि दिल्ली में काम केवल इसलिए रोका जा रहा है, ताकि आम आदमी पार्टी को बदनाम किया जा सके ताकि केंद्र की बीजेपी सरकार के हितों को बढ़ावा दिया जा सके.
उन्होंने कहा कि अफसर बताते हैं कि उन्हें कहा गया है कि अगर वह चुनी हुई सरकार के साथ सहयोग करेंगे, तो उनको विजिलेंस इन्कवॉयरी, अनुशासनात्मक कार्रवाई, निलंबन, सीबीआई जांच और ईडी की गिरफ्तारी का सामना करना पड़ सकता है. मैंने आपसे कई बार दोषी अवसरों पर कार्रवाई करने के लिए कहा है. लेकिन आपने किसी एक भी अफसर पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की.
केजरीवाल ने उन छह शिकायतों की लिस्ट तैयार करते हुए कहा है कि किस तरह दिल्ली के लोगों को प्रताड़ित होना पड़ रहा है.
1) अक्टूबर 2022 से दिसंबर 2022 के बीच मोहल्ला क्लीनिक में दवाइयां और टेस्ट बंद कर दिए गए थे.
2) सितंबर 2023 से फरवरी 2024 तक अस्पतालों के OPD काउंटर्स पर कोई स्टाफ नहीं है. वित्त विभाग ने सभी डेटा एंट्री ऑपरेटर्स को डिस्मिस कर दिया है.
3) दिल्ली में जगह-जगह सीवर ओवरफ्लो कर रहे हैं क्योंकि कई महीनों से दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से एक पैसा जारी नहीं किया गया है.
4) डीटीसी बसों से मार्शल हटा दिए गए हैं.
5) DTC के पेंशनधारकों को दिसंबर तक की पेंशन नहीं मिली है क्योंकि वित्त विभाग ने फंड रोक दिए हैं.
बता दें कि इससे पहले एलजी ने सोशल मीडिया पर एक खुला खत लिखकर केजरीवाल पर आरोप लगाए थे. एलजी की उस खुली चिट्ठी के बाद ही केजरीवाल ने ये पत्र लिखा है.