महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने क्रूज ड्रग्स केस में एनसीबी की रेड को फर्जी करार दिया. इतना ही नहीं मलिक ने दावा किया कि आर्यन खान के पास कुछ भी नहीं मिला. प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला उसे फंसाने के लिए वहां ले गए. इन दोनों को छोड़ भी दिया गया.
उन्होंने कहा, हमारे पास जानकारी ये है कि बीजेपी के स्थानीय और दिल्ली में बैठे नेताओं ने ऋषभ सचदेवा, प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला की रिहाई के लिए फोन कॉल्स किए. समीर वानखेड़े को इस बात का जवाब देना होगा कि आखिर उन्हें क्यों छोड़ दिया गया. उन्हें छोड़ने से पहले उनसे क्या पूछताछ की गई? मलिक ने कहा, ऋषभ सचदेवा भाजपा नेता मोहित कंबोज का रिश्तेदार है.
आमिर ने कहा- सभी आरोप बकवास
एनसीपी के इन आरोपों के बात आजतक ने प्रतीक गाबा, आमिर फर्नीचरवाला से बात की. दोनों आर्यन खान के दोस्त हैं. हालांकि, आमिर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने इसे बकवास बताया. आमिर फर्नीचरवाला ने आज तक के रिपोर्टर से कहा, नहीं ये सब बकवास है. आप प्लीज मुझे कॉल मत करिएगा. हालांकि, बाद में आजतक ने कई बार आमिर से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने रिप्लाई नहीं किया.
जब आजतक ने प्रतीक गाबा से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने फोन ही काट दिया. प्रतीका मुंबई के फेमस डॉक्टर का बेटा है. वह आर्यन खान का दोस्त है.
मोहित कंबोज ने दिया नवाब मलिक के आरोपों पर दिया जवाब
उधर, भाजपा नेता मोहित कंबोज ने नवाब मलिक के आरोपों पर जवाब दिया. उन्होंने कहा, यह मुझे और भाजपा को बदनाम करने की साजिश है. उन्होंने कहा, वे नवाब मलिक पर 100 करोड़ रुपए का मानहानि का केस दायर करेंगे. उन्होंने मलिक को लीगल नोटिस भी भेजा है.
नवाब मलिक के आरोपों पर कंबोज ने कहा, ऋषभ सचदेवा मेरा साला है. उसे क्रूज से एनसीबी दफ्तर ले जाया गया था. बाद में उसे जाने दिया गया, क्योंकि उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं था. उन्होंने कहा, मुझे गर्व है कि मेरा साला, जिसने एनसीबी के साथ सहयोग किया और साफ सुधरा साबित हुआ.
नितेश राणे बोले- आर्यन खान हैं, इसलिए नवाब मलिक चिल्ला रहे
उधर, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नितेश राणे ने ट्वीट कर नवाब मलिक पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, आर्यन सुशांत सिंह राजपूत नहीं, बल्कि खान हैं इसलिए नवाब मलिक इतना चिल्ला रहे हैं. क्यों कि उनका नाम खान है, इसलिए उन्हें पीड़ित बताया जा रहा है. सुशांत राजपूत हिंदू थे, इसलिए उन्हें ड्रग्स एडिक्ट बताया गया था.