scorecardresearch
 

अफगानिस्तान संकट पर मोदी सरकार पर बरसे असदुद्दीन ओवैसी, कहा- इनके पास कोई योजना नहीं

असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि अफगानिस्तान संकट को लेकर हमारी क्या पॉलिसी है. अमेरिका के साथ रहने की बात विदेश मंत्री जयशंकर कहते थे, लेकिन अमेरिका तो खुद ही छोड़ कर चला गया.

Advertisement
X
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (File-PTI)
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (File-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 'अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास के सभी लोग वापस क्यों आ गए'
  • तालिबान को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित करोः असदुद्दीन ओवैसी
  • अफगानिस्तान के मसले पर आज हुई सर्वदलीय बैठक

एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है. अफगानिस्तान संकट पर ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत सरकार के पास अफगानिस्तान को लेकर कोई योजना नहीं है.

Advertisement

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैंने कई बार यह सवाल पूछा कि अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास (indian embassy) के सभी लोग वापस क्यों आ गए. 

तालिबान (Taliban) को आतंकी संगठन घोषित किए जाने की मांग करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आप कहते हो कि काबुल में तालिबान ने आतंकी हमला किया तो तालिबान को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित करो.

इसे भी क्लिक करें --- पंजशीर में नहीं घुसेगा तालिबान, अहमद मसूद के लड़ाकों संग सीजफायर पर बनी सहमति 

तालिबान के साथ बातचीत की संभावना पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'मैंने पूछा कि क्या तालिबान के साथ बातचीत हो रही है.' अफगानिस्तान में पिछले 20 सालों में भारत सरकार की ओर से हुए निवेश पर ओवैसी ने कहा कि हमने इतना खर्च किया तो ऐसे कैसे छोड़ कर जाएंगे.

Advertisement

तालिबान के साथ भारत के रिश्ते कैसे होंगे, के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि मुझसे मत पूछो मोदी जी से पूछो कि तालिबान के रिश्ते क्या होंगे. दाढ़ी वाला देख कर पूछने लगते हो.

अफगानिस्तान संकट पर सर्वदलीय बैठक

इससे पहले अफगानिस्तान संकट पर आज गुरुवार को भारत सरकार ने सर्वदलीय बैठक की. विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अगुवाई में विदेश मंत्रालय (MEA) की टीम ने सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को अफगानिस्तान की स्थिति की जानकारी दी.

सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने बताया कि वह अभी वेट एंड वॉच के मोड में है, लेकिन मुख्य फोकस लोगों को वहां से निकालने पर है. विदेश मंत्री जयशंकर ने बैठक में बताया कि अफगानिस्तान में हालात काफी खराब हैं, ऐसे में भारत का फोकस अपने लोगों को जल्द निकालने पर है.

विदेश मंत्री ने बैठक के बारे में बताया कि कुल 31 राजनीतिक दलों के 37 नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया. हर किसी के सवाल का जवाब दिया गया. विदेश मंत्री ने जानकारी दी कि हम लगातार लोगों को वापस ला रहे हैं, सबसे अधिक भारतीयों को वापस लाया गया है. साथ ही अफगान नागरिकों को भी भारत वापस लाया है.

इस सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर, संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पीयूष गोयल समेत सरकार की ओर से अन्य लोग शामिल हुए. जबकि विपक्ष की ओर से एनसीपी प्रमुख शरद पवार, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी जैसे नेता और अन्य राजनीतिक दलों के सदस्यों ने बैठक में हिस्सा लिया.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement