हैदराबाद में नमाज के बाद लोगों से बात करते वक्त AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी रो गए. उन्होंने रोते हुए कहा कि खरगोन में मुसलमानों के घर तोड़ दिए, जहांगीरपुरी में उनके साथ हिंसा हुई, लेकिन वे मैदान नहीं छोड़ने वाले हैं. उन्हें मौत से भी डर नहीं लगता है.
ओवैसी ने आरोप लगाया कि देश में एक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है. उनकी नजरों में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जहां पर सीधे तौर पर एक धर्म के खिलाफ कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि हिम्मत मत खोना आप लोग, जालिमों तुम भी सुनो, मुझे इस मौत से कोई डर नहीं लगता है, हम तुम्हारे जुल्मों से भी नहीं डरने वाले हैं. तुम्हारी हुकूमत भी हमे नहीं डरा सकती है. हम सबर से काम लेंगे, लेकिन मैदान कभी नहीं छोड़ेंगे.
LIVE from Mecca Masjid, Hyderabad: Jalsa Youm-ul-Qur’an on the occasion of Jumu'atul-Widahttps://t.co/FvQdVBGqEO
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 29, 2022
वैसे भाषण के दौरान कई मौकों पर ओवैसी की आंखे नम नजर आईं. वे नाराज थे, अल्पसंख्यकों के खिलाफ हुई कार्रवाई से भड़के हुए थे. उनकी तरफ से कई मौकों पर इन बातों का जिक्र किया गया. उन्होंने कहा कि हम अल्लाह के रास्ते पर चलने वाले हैं, हिम्मत रखने वाले हैं. उनके मुताबिक मुस्लिम समाज के पास सिर्फ ईमान वाली दौलत है, ऐसे में अल्लाह ही उनके लिए रास्ते खोलेगा. किसी को भी मायूस होने की जररूत नहीं है, उतार चढ़ाव आएंगे, लेकिन हर चुनौती का डटकर सामना किया जाएगा.
इससे पहले भी कई मौकों पर ओवैसी ने उत्तेजना से भरे भाषण दिए हैं. रामनवमी पर हुईं हिंसा को लेकर भी उन्होंने लगातार सोशल मीडिया पर ट्वीट किया है. उनकी नजरों में सिर्फ एक विशेष समुदाय के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है. सिर्फ एक समुदाय के खिलाफ पुलिस का एक्शन हो रहा है. उन्होंने इसे बीजेपी की बांटने वाली रणनीति बताया है.