Asaduddin Owaisi on Farm Laws Repealed: हैदराबाद से सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) का कहना है कि सरकार को तुरंत कृषि कानूनों की वापसी का अध्यादेश लाना चाहिए. ओवैसी ने कहा कि बीजेपी अपने फायदे के लिए तो अध्यादेश ले आती थी, इस बार उसे अच्छे काम के लिए अध्यादेश लाना चाहिए.
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) और बीजेपी सांसद साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) की ओर से कृषि कानून वापस लाने वाले बयान पर पलटवार करते हुए ओवैसी ने कहा कि बीजेपी ऐसी पार्टी है जिसका मंत्री या एमपी आउट ऑफ द लाइन नहीं बोल सकता. जो इस तरह के बयान दे रहे हैं उनको या तो प्रधानमंत्री की इजाजत है या फिर किसानों को कंफ्यूज करने का मंसूबा बना रहे हैं.
ओवैसी ने कहा, अगर प्रधानमंत्री अपने मंत्री और सांसद की जबान को रोक नहीं पा रहे हैं तो बेहतर है कि उनकी सरकार फौरन ऑर्डिनेंस लाए और कानून को वापस ले. उन्होंने कहा, बीजेपी अपने फायदे के लिए तो अध्यादेश लाती ही है. पार्लियामेंट का मजाक उड़ाती है, तो चलिए इस बार सही काम कर दीजिए.
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ओवैसी ने कहा कि लखीमपुर कांड का जिस तरह सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया और प्रदूषण के मुद्दे पर भी किसान अपनी जगह डटे हुए थे. ऐसे में मजबूरी में ही ये तीनों कानून वापस लिए गए. वहीं, यूपी चुनाव को लेकर पूछे सवाल पर ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियों से बात चल रही है और कुछ ही दिनों में साफ हो जाएगा.
दरअसल, शुक्रवार को देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने तीनों कृषि कानून (Farm Laws Repealed) वापस लेने का ऐलान किया था. इसके बाद राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि जरूरत पड़ी तो दोबारा ऐसे कानून लाए जाएंगे. वहीं, बीजेपी सांसद साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) ने भी कहा था कि बिल बनते हैं, बिगड़ते हैं और फिर वापस आ जाते हैं. जबकि, फर्रूखाबाद से बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत (Mukesh Rajpur) ने प्रधानमंत्री मोदी के कानून वापसी के फैसले पर असहमति जताते हुए कहा था कि उन्होंने मजबूरी में ये फैसला लिया है.