राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इससे पहले कांग्रेस और बीजेपी दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच सियासत तेज हो गई है. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने आज तक के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में विधानसभा चुनाव, एनडीए बनाम INDIA गठबंधन, राहुल गांधी और लाल डायरी जैसे मुद्दों पर खुलकर बात की.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान की जनता लगातार चौथी बार कांग्रेस पार्टी को वोट देने जा रही है. हमने पिछले पांच सालों में राज्य में खूब काम किया है. इस बार जनता गुड गवर्नेंस के नाम पर हमें वोट देने जा रही है. सोशल सिक्योरिटी स्कीम से लेकर मिनिमम गारंटी एक्ट और महंगाई घटाओ राहत कैंप तक धरातल पर काम किया गया है.
राहुल गांधी कांग्रेस की ओर से PM उम्मीदवार का चेहरा
देश में अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव में जहां एक और नरेंद्र मोदी तीसरी बार जीत के दावे कर रहे हैं. वहीं, विपक्षी इंडिया गठबंधन एकजुट होकर एनडीए का मुकाबला करने के लिए तैयार है.
यह सवाल पूछे जाने पर कि क्या आगामी लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने फ्रंटफुट पर आना चाहिए? इस पर सीएम गहलोत ने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन बना है तो आपस में सभी पार्टियों ने विचार-विमर्श के बाद ही यह फैसला लिया है. लेकिन कांग्रेस पार्टी का चेहरा राहुल गांधी है. कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार राहुल गांधी हैं. राहुल गांधी थे और रहेंगे. मैंने कुछ अलग नहीं कहा है, यही बात खड़गे जी भी कह रहे हैं.
जनता के दबाव से इंडिया गठबंधन बना
यह पूछे जाने पर कि एनडीए के खिलाफ इंडिया गठबंधन तो बन गया लेकिन इस गठबंधन की पार्टियां के आपस में मतभेद हैं, जिन्हें अलग-अलग राज्यों में देखा जा सकता है. इसका जवाब देते हुए गहलोत ने कहा कि स्थानीय स्तर पर कई बार ऐसी स्थिति बनती है, स्थानीय फैक्टर काम करते हैं. लेकिन आज देश में जो हालात बन गए हैं. ऐसे में जनता का पार्टियों पर इतना दबाव बन गया है कि सभी को नजदीक आना पड़ा है. जनता दबाव बना चुकी हैं इसलिए सभी पार्टियां एकजुट हुई हैं. आप देखेंगे कि पहले सभी पार्टियों के सुर अलग-अलग थे.
'मोदी जी घमंड ना करें'
इस इंटरव्यू के दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि मोदी जी बार-बार कहते हैं कि उनकी वजह से विपक्ष एकजुट हो गया है. लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि मोदी जी को घमंड नहीं करना चाहिए. वह 2014 में सिर्फ 31 फीसदी वोट पाकर प्रधानमंत्री बने थे. 69 फीसदी वोट उनके खिलाफ पड़े थे. उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए. जब बंगलुरु में इंडिया गठबंधन की बैठक हुई थी तो एनडीए के लोग घबरा गए थे.
यह पूछे जाने पर कि एनडीए आगामी चुनाव में 50 फीसदी वोट पाने के लिए काम कर रही है. इस पर गहलोत ने कहा कि मोदी जी पचास फीसदी वोट कभी हासिल नहीं कर पाएंगे. जब 2014 में उनकी लहर चरम पर थी, तब वो हासिल नहीं कर पाएंगे. अब जब उनकी लोकप्रियता का ग्राफ लगातार नीचे जा रहा है, तब कैसे हासिल करेंगे. उनका वोट शेयर घटेगा और 2024 में प्रधानमंत्री कौन बनेग, यह वक्त बताएगा.
कांग्रेस की वजह से मोदी पीएम बने
गहलोत ने कहा कि मोदी ने लालकिले की प्राचीर से कहा कि अगले साल वह फिर देशवासियों से मिलेंगे. यह मोदी के बोलने का स्टाइल है. लोकतंत्र में कोई खुद से भविष्यवाणी कैसे कर सकता है? लोकतंत्र में ऐसा नहीं होता. ये जनता फैसला का है. आप जनता का हक क्यों मार रहे हो. मोदी बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन उन वादों का क्या हाल होता है, सभी को पता है. वह 2014 में कांग्रेस की वजह से प्रधानमंत्री बने थे.
चंद्रयान-3 की कामयाबी में नेहरू का श्रेय
सीएम गहलोत ने कहा कि नेहरू ने विक्रम साराभाई के सुझाव पर इसरो की शुरुआत की थी. हालांकि, शुरुआत में उसका नाम कुछ और था लेकिन बाद में जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनी तो इसका नाम बदलकर इसरो कर दिया गया. आज जो चंद्रयान-3 की कामयाबी का जश्न मनाया जा रहा है, उसमें नेहरू जी का योगदान है. इसरो को वही लेकर आए थे. इसरो नहीं होता तो चंद्रयान-3 सफल कैसे होता. आज की सफलता में पहले की मेहनत है. मौजूदा समय की सफलताओं का श्रेय नेहरू और इंदिरा जी को जाता है.