असम (Assam) के चिरांग जिले में भारत-भूटान बॉर्डर पर एक नाटकीय बचाव अभियान में ऐ (Aie) नदी में एक जंगली हाथी का बच्चा डूब रहा था, जिसका नागरिकों ने बचा लिया. यह घटना तब हुई जब लगातार बारिश के कारण नदी में पानी भर गया और हाथी का बच्चा में उसमें बहने लगा. इसके बाद घटना की जानकारी स्थानीय लोगों मिली और मौके पर लोग इकट्ठा होने लगे.
स्थानीय निवासियों ने चिरांग जिला वन विभाग के साथ मिलकर बचाव कार्य में तेजी से मदद की. कुछ देर की कोशिशों के बाद, उन्होंने नदी की तेज धाराओं में फंसे हुए हाथी के बच्चे को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया.
असम के हालात पर PM मोदी और CM सरमा के बीच बातचीत
भारी बारिश के बाद असम में बाढ़ जैसी स्थिति है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को 1 जुलाई को राज्य में बाढ़ की बढ़ती स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया. पीएम और सीएम के बीच बातचीत असम की बाढ़ की दूसरी लहर से जूझने की मौजूदा लड़ाई पर केंद्रित थी, जो मुख्य रूप से अरुणाचल प्रदेश और ऊपरी असम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण हुई है.
बातचीत के दौरान, सीएम सरमा ने बाढ़ की स्थिति पर अपडेट दिया और राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए राहत उपायों की रूपरेखा बताई. बाढ़ ने कई जिलों को प्रभावित किया है, जिससे दैनिक जीवन बाधित हुआ है और निवासियों और अधिकारियों के लिए अहम चुनौतियां खड़ी हुई हैं.
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हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "मैंने उन्हें (PM) समझाया कि अरुणाचल प्रदेश और हमारे ऊपरी असम के कुछ जिलों में भारी बारिश के कारण असम इस साल बाढ़ की दूसरी लहर का सामना कर रहा है. मैंने उन्हें राज्य सरकार द्वारा किए गए राहत उपायों के बारे में भी जानकारी दी."
प्रधानमंत्री मोदी ने स्थिति पर चिंता व्यक्त की और सरमा को संकट के प्रबंधन में केंद्र सरकार के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया. सीएम सरमा ने कहा, "उन्होंने मुझे संकट की इस घड़ी में भारत सरकार से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया."