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असम: 'लव जिहाद' पर बोले CM हिमंत बिस्वा सरमा- 'हिंदू या मुस्लिम, धोखा बर्दाश्त नहीं'

असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (Assam CM Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि हिंदुत्व की शुरुआत 5,000 साल पहले हुई थी और इसे रोका नहीं जा सकता.

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असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (फाइल फोटो)
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • असम के मुख्यमंत्री बोले-ज्यादातर धर्मों के अनुयायी हिंदुओं के वंशज
  • 'लव जिहाद' शब्द को लेकर आपत्ति है'

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा है कि हिंदुत्व जीवन जीने का एक तरीका है और ज्यादातर धर्मों के अनुयायी हिंदुओं के वंशज हैं. अपनी सरकार का दूसरा महीना पूरा होने के मौके पर सरमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी. उसमें वह हिंदुत्व और कथित 'लव जिहाद' के मामलों पर बोले. सरमा ने साफ कहा कि महिला हिंदू हो या मुसलमान, उसके साथ धोखा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.

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न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रेस कॉन्फ्रेंस में असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (Assam CM Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि हिंदुत्व की शुरुआत 5,000 साल पहले हुई थी और इसे रोका नहीं जा सकता. उन्होंने कहा, ‘हिंदुत्व जीवन का एक तरीका है. मैं या कोई इसे कैसे रोक सकता है? लगभग हम सभी हिंदुओं के वंशज हैं.’

सरमा ने कहा, ‘हिंदुत्व को हटाया नहीं जा सकता क्योंकि इसका मतलब होगा अपनी जड़ों और मातृभूमि से दूर जाना.’

लव जिहाद शब्द से मुझे आपत्ति - हिमंत बिस्वा सरमा

‘लव जिहाद’ के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री (Himanta Biswa Sarma on Love Jihad) ने कहा कि उन्हें इस शब्द को लेकर आपत्ति है. वह आगे बोले कि ऐसे किसी को भी महिला को धोखा नहीं दिया जा सकता. सरमा बोले, ‘सरकार किसी भी महिला को किसी के द्वारा धोखा दिए जाने को बर्दाश्त नहीं करेगी. चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान. हमारी बहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे अपराधियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.’

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प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरमा ने कहा कि अगर एक हिंदी लड़का भी हिंदू लड़की को धोखा देता है, तो वह भी जिहाद जैसा है.

विधायक-मंत्री वाले बयान पर दी सफाई

विपक्ष द्वारा उनके उस बयान के लिए आलोचना के बारे में पूछे जाने पर कि विधायक कानून बनाने के लिए हैं और मंत्री निर्वाचन क्षेत्रों के विकास के लिए जिम्मेदार हैं, सरमा ने दावा किया कि भारत का संविधान यही कहता है कि 'विधायक मंत्रियों से ऊपर होते हैं.’

बजट सत्र में पेश होगा गौ संरक्षण बिल

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने यह भी साफ किया है कि अगले विधानसभा सत्र (बजट सत्र) में राज्य का गौ संरक्षण बिल पेश किया जाएगा. असम कैबिनेट ने पहले ही गौ संरक्षण बिल को विधानसभा में पेश करने की मंजूरी दे दी है. सीएम ने कहा कि बीजेपी ने चुनावी मेनिफेस्टो में कई चीजों का वादा किया था. इसमें से गौ संरक्षण बिल को पहले फिर बाद में जनसंख्या नियंत्रण बिल को लाया जाएगा.

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