असम के तिनसुकिया के काकोपथार में शुक्रवार दोपहर को माजगांव में सुरक्षा बलों और उल्फा (आई) के बीच मुठभेड़ हो गई. इस दौरान एक उग्रवादी मार गिराया गया. मृतक की पहचान असम के ज्ञान के रूप में की है. हालांकि मुठभेड़ के दौरान उल्फा के दो कैडर गोली लगने से बुरी तरह जख्मी हो गए लेकिन वे मौके से भाग निकले. फिलहाल सेना के जवान फरार पांच उग्रवादियों की तलाश कर रही है.
5 किमी. के दायरे के सभी गांवों को सेना ने घेरा
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें रूपम असोम के नेतृत्व में छह उल्फा-आई कैडरों के एक समूह के माजगांव में होने की सूचना मिली थी. इस सूचना की पुष्टि के लिए दो सैनिकों को सिविल ड्रेस में मौके पर भेजा गया था.
सूत्रों के अनुसार 14 असम रेजिमेंट और पुलिस की एक संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और हमारे जवानों से संकेत मिलने के तुरंत बाद अभियान शुरू किया गया. जैसे ही सुरक्षा बल एक घर के पास पहुंचे, वहां से उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी.
अधिकारी ने बताया कि सर्च ऑपरेशन क्षेत्र को लगभग 5 किमी के दायरे में चलाया जा रहा है, जिसके तहत सेना ने को पानी गांव, अहोम गांव और हेंग्लिजान गांव समेत करीब आधा दर्जन गांवों को घेर लिया है.
भारी मात्रा में बरामद किए गए गोला बारूद
वहीं सूत्र ने बताया कि शुक्रवार तड़के उग्रवादियों का यह समूह गांव के एक घर में बंदूक के दम पर घुसा आया था. मुठभेड़ के बाद जब सेना ने सर्च ऑपरेशन चलाया तो उस घर से भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद किया गया.
जवानों पर उग्रवादियों ने ग्रेनेड से किया हमला
तिनसुकिया जिला पुलिस अधीक्षक देवोजीत देउरी ने बताया कि छह सदस्यीय उल्फा-आई कैडरों की टीम माजगांव में शरण लिए हुए थे. सेना की आने की खबर पाते ही इन कैडरों ने सेना के ऊपर ग्रेनेड और आरपीजी से हमला कर दिया.
(रिपोर्ट- PURNA BIKASH BORA)