असम और मेघालय के बीच सीमा विवाद को लेकर मंगलवार को हुई फायरिंग में 6 लोगों की मौत हो गई. असम सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है. असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि जिले के एसपी का ट्रांसफर कर दिया गया है और स्थानीय पुलिस व वन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. अब इस केस की जांच सीबीआई करेगी. असम सरकार ने हाई कोर्ट के एक रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में कमीशन का गठन कर दिया है. ये आयोग तीन महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.
इस घटना में मरने वाले मेघालय के 5 लोग और एक फॉरेस्ट गार्ड शामिल है. मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा असम सरकार की ओर से दिया जाएगा. घटना कोई बड़ा रूप न ले ले, इसलिए मेघालय सरकार ने एहतियातन 7 जिलों में 48 घंटे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी है.
फिलहाल वाहनों की मेघालय में एंट्री पर बैन
नुमल महट्टा जिले के एसपी ने बताया कि फिलहाल एहतियात के तौर पर असम और अन्य राज्यों के माल वाहक और बसों जैसे वाहनों को मेघालय में प्रवेस करने से रोक दिया गया है. मेघालय नंबर प्लेट वाले वाहनों को अनुमति दी जा रही है.
क्या था पूरा मामला
एजेंसी के मुताबिक, असम फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने मंगलवार सुबह 3 बजे मेघालय सीमा पर अवैध तरीके से लकड़ियां ले जा रहे ट्रक को रोका था. जब ट्रक ने भागने की कोशिश की, तो फॉरेस्ट गार्ड ने फायरिंग की और ट्रक का टायर पंचर हो गया. इस दौरान तीन लोग गिरफ्तार हुए थे. बताया जा रहा है कि बाकी लोग भागने में सफल हो गए थे. इसके बाद फॉरेस्ट गार्ड ने घटना के बारे में जिरिकेंडिंग थाने में जानकारी दी और अतिरिक्त पुलिसबल की मांग की. जब पुलिस टीम पहुंची तो वहां मेघालय से बड़ी संख्या में लोग हथियार लेकर पहुंच गए. पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने गिरफ्तार लोगों को छोड़ने की मांग करते हुए फॉरेस्ट गार्ड और पुलिस टीम का घेराव कर लिया. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण करने के लिए फायरिंग की.
मेघालय के रहने वाले थे 5 मृतक
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बताया कि कुल 6 लोग मारे गए. इनमें से एक फॉरेस्ट गार्ड है और 5 लोग मेघालय के रहने वाले हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस मामले में मेघालय पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. सीएम संगमा के मुताबिक, वेस्ट जैंतिया हिल्स, ईस्ट जैंतिया हिल्स, ईस्ट खासी हिल्स, री-भोई, ईस्टर्न वेस्ट खासी हिल्स, वेस्ट खासी हिल्स और साउथ वेस्ट खासी हिल्स जिलों में इंटरनेट पर रोक लगाई गई है.