असम पुलिस ने अवैध रूप से राज्य में प्रवेश करने के आरोप में 14 बांग्लादेशियों को पकड़ा है. इन 14 लोगों में से नौ लोगों के पास से आधार कार्ड भी मिले हैं, जिन्हें पुलिस अधिकारियों ने जब्त कर लिया है.
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिंमत बिस्वा सरमा ने बुधवार को कहा कि राज्य में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में 14 बांग्लादेशियों को पकड़ा गया है और उनमें से नौ के पास आधार कार्ड भी थे.
मुख्यमंत्री हिंमत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा कर लिखा, खुफिया इनपुट के आधार पर असम पुलिस ने मंगलवार को दक्षिण सलमारा, मनकाचर और करीमगंज में 14 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा, उनमें से 9 के पास भारतीय आधार कार्ड पाए गए हैं.
सीएम ने राज्य पुलिस बल की प्रशंसा करते हुए कहा, "जब से बांग्लादेश में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हुई है, हमने कड़ी निगरानी रखी है और इस अवधि में 108 अवैध घुसपैठियों को पकड़ा है."
असम के करीमगंज, कछार, धुबरी और दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले बांग्लादेश के साथ 267.5 किमी लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं. करीमगंज के सुतारकांडी में एक एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) है. पूर्वोत्तर में तीन आईसीपी हैं, जिनमें से दो अन्य मेघालय के डावकी और त्रिपुरा के अखौरा में स्थित हैं.
पकड़े गए आरोपियों के नाम
मोहम्मद अरिफुल इस्लाम
मो. मोनिर हुसैन
मोफज़ल हुसैन
मो. मिज़ानुर रहमान
अब्यदुल्लाह हसन
अशरफुल इस्लाम
माणिक मिया
नोबी हुसैन
वलीउल उल्लाह
हजरत अली
सफिकुल इस्लाम
लैंड फुरकान अली
मोमिनुल हक
मो. अनवर हुसैन
असम के पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने पहले कहा था कि राज्य पुलिस और बीएसएफ कानून के अनुसार, गैर-भारतीयों द्वारा बांग्लादेश से देश में प्रवेश करने के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा था कि सभी भारतीय पासपोर्ट धारकों को राज्य में प्रवेश बिंदु के माध्यम से संकटग्रस्त बांग्लादेश से लौटने की अनुमति दी जाएगी.