असम में तीन बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय सीमा के अंदर घुसने से सुरक्षा बलों ने रोक दिया था. यह जानकारी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दी. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर कहा कि बीएसएफ और असम पुलिस ने सराहनीय काम किया है. सोमवार को दो महिलाओं सहित तीन बांग्लादेशियों के घुसपैठ को विफल कर दिया.
असम के सीएम ने बताया कि तीनों घुसपैठियों को वापस सीमा पार भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि सीमा पार से घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान भी कर ली गई है. इनके नाम अनवर हुसैन, नसरीन शेख और बबली शेख के रूप में की गई. सीएम ने यह नहीं बताया कि तीनों किस जगह से भारत में घुसने का प्रयास कर रहे थे.
बता दें कि असम से बांग्लादेश की 267.5 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा जुड़ती है. असम के करीमगंज, कछार, धुबरी और दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले बांग्लादेश के साथ बार्डर साझा करते हैं. करीमगंज के सुतारकंडी में एक इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) भी है. पूर्वोत्तर में कुल तीन आईसीपी हैं. इनमें से दो मेघालय के दावकी और त्रिपुरा के अखौरा में हैं.
असम के डीजीपी जीपी सिंह ने पहले ही कहा था कि प्रदेश की पुलिस और बीएसएफ बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ करने के प्रयास को हर संभव रोकने की कोशिश करेगी. डीजीपी ने ये भी कहा है कि सभी भारतीय पासपोर्ट धारकों को राज्य में प्रवेश करने के एंट्री प्वाइंट से बांग्लादेश लौटने की अनुमति दी जाएगी.
कुछ दिनों पहले भी बांग्लादेश से 5 लोगों ने असम में घुसपैठ की थी. इनमें तीन महिला और दो पुरुष शामिल थे. सभी को गिरफ्तार कर लिया गया था. उस वक्त भी हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि हम भारत में अवैध रूप से घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशियों के नेक्सस को खत्म कर देंगे.