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Assembly-elections-2021: किस राज्य में कब और कितने चरण में वोटिंग, यहां पढ़ें पूरा शेड्यूल

चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने तारीखों की घोषणा करते हुए बताया कि बंगाल में सबसे लंबा चुनाव होगा और यह 8 चरणों में होगा. जबकि पांचों राज्यों में 2 मई को परिणाम आएगा.

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चुनाव आयोग ने 5 प्रदेशों के चुनाव की तारीखों का ऐलान किया (सांकेतिक-पीटीआई)
चुनाव आयोग ने 5 प्रदेशों के चुनाव की तारीखों का ऐलान किया (सांकेतिक-पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव तारीखों का किया ऐलान
  • तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक चरण में होंगे चुनाव
  • असम में 3 चरणों में कराए जाएंगे चुनाव, 2 मई को मतगणना

देश के 4 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने तारीखों की घोषणा करते हुए बताया कि बंगाल में सबसे लंबा चुनाव होगा और यह 8 चरणों में होगा. जबकि पांचों राज्यों में 2 मई को परिणाम आएगा. जानते हैं कि किस राज्य में कब और कितने चरण में मतदान होगा.

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चुनाव आयोग ने आज शुक्रवार को विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए कहा कि तमिलनाडु में एक चरण में चुनाव होगा. सभी 232 सीटों के लिए छह अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. सीईसी सुनील अरोड़ा ने यह भी कहा कि तमिलनाडु में 2016 विधानसभा चुनाव में 66,007 चुनाव केंद्र थे, 2021 में चुनाव केंद्रों की संख्या 88,936 होगी. सभी सीटों के लिए वोटों की गिनती 2 मई को होगी.

तमिलनाडु की तरह केरल और पुडुचेरी में भी एक चरण में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव होने हैं. केरल विधानसभा की कुल 140 सीटों पर चुनाव होना है. जबकि पुडुचेरी विधानसभा में 30 सीटों पर चुनाव होना है.

असम के बारे में चुनाव आयोग ने ऐलान किया कि असम में 3 चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे. पहले चरण में 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे. जबकि राज्य में दूसरे चरण में मतदान 1 अप्रैल को और तीसरे चरण का मतदान 6 अप्रैल को कराया जाएगा.

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बंगाल में 8 चरणों में मतदान

पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव कराया जाएगा. 27 मार्च को पहले चरण की वोटिंग होगी. एक अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान, 6 अप्रैल को तीसरे चरण का मतदान, 10 अप्रैल को चौथे चरण का मतदान, 17 अप्रैल को पांचवें चरण का मतदान, 22 अप्रैल को छठे चरण का मतदान, 26 अप्रैल को सातवें चरण का मतदान और 29 अप्रैल को आखिरी और आठवें चरण का मतदान होगा. 

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि पश्चिम बंगाल में एक लाख से ज्यादा मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे. कोरोना को देखते हुए सभी राज्यों में मतदान केंद्र बढ़ा दिए गए हैं. इसके अलावा मतदान का समय भी एक घंटा बढ़ाया गया है. कोरोना को देखते हुए सभी चुनाव अधिकारियों का टीकाकरण किया जाएगा.

मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने बताया कि पश्चिम बंगाल में 2016 में 77,413 चुनाव केंद्र थे अब 1,01,916 चुनाव केंद्र होंगे. बंगाल समेत सभी राज्यों में सभी सीटों के लिए वोटों की गिनती 2 मई को होगी. 

 

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