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अतीक अहमद का कैसे हर पार्टी ने फायदा उठाया: दिन भर, 17 अप्रैल

पुलिस ने अतीक और अशरफ के हत्यारों की रिमांड क्यों नहीं मांगी, पॉलिटिकल पार्टियों ने कैसे अतीक़ अहमद का इस्तेमाल अपने हित के लिए किया? कर्नाटक में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामने वाले पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार से पार्टी को कितना फायदा होगा? सूडान में दो फोर्सेज़ आपस में ही क्यों भिड़ी हुई हैं और महाराष्ट्र सरकार के कार्यक्रम में हीटस्ट्रोक से 12 लोगों की मौत पर क्या हंगामा बरपा है, सुनिए आज के 'दिन भर' में

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अतीक हत्या मामले में आगे क्या?

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कुख्यात अपराधी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तीनों हत्यारों सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की ज्युडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया. तीनों को प्रयागराज की नैनी जेल से प्रतापगढ़ की जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. जांच के लिए दो SIT बनाई गई हैं, सरकार ने हाईकोर्ट के एक रिटायर्ड जज की अगुवाई में ज्युडिशियल कमिशन भी बनाया है जो घटना के हर पहलू को स्टडी करके अपनी रिपोर्ट पेश करेगा. उधर पूर्व IPS ऑफिसर अमिताभ ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में पिटिशन देकर हत्या की CBI जांच की मांग की है. इसके अलावा पुलिस उमेश पाल हत्याकांड के दूसरे बचे हुए आरोपियों की तलाश कर रही है. 

हालांकि इस घटना ने विपक्ष को योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल उठाने का मौक़ा दे दिया है. पुलिस कस्टडी में हुई हत्या के बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज आ गया है.

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लेकिन सवाल ये है कि पुलिस ने जब हत्या के आरोपियों को कोर्ट पेश किया तो उनकी रिमांड क्यों नहीं मांगी, उन्हें ज्युडिशियल कस्टडी में क्यों भेज दिया गया? क्या शुरुआती स्तर की पूछताछ से पुलिस संतुष्ट है? सुनिए 'दिन भर' में

 

कर्नाटक में कांग्रेस कितनी मजबूत

उत्तर प्रदेश में बीजेपी शासन के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठ रहे हैं और कर्नाटक में टिकट बंटवारे पर. 10 मई को होने वाली वोटिंग के लिए बीजेपी 224 सीटों में से 212  पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. लेकिन कई बड़े नामों को किनारे करने का बैकलैश भी उसे झेलना पड़ रहा है. लक्ष्मण सावदी के बाद एक और बड़े बीजेपी नेता जगदीश शेट्टार ने भी टिकट न दिए जाने से नाराज़ होकर बीजेपी छोड़ दी और कांग्रेस जॉइन कर ली. जगदीश शेट्टार छह बार के विधायक और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं. कांग्रेस में उनकी जॉइनिंग के समय पार्टी के नेशनल प्रेसिडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कर्नाटक इकाई के बड़े नेता मौजूद थे. कांग्रेस नेता सिद्धरमैया का दावा है कि शेट्टार के आने के बाद कांग्रेस राज्य में 150 से ज्यादा सीटें जीतेगी. लेकिन क्या ज़मीनी हकीकत इस दावे के करीब है? क्या ये लिंगायत नेता ज़मीन पर ऐसा असर रखता है कि बड़े स्तर पर कांग्रेस के लिए वोट शिफ्ट कर सके? सुनिए 'दिन भर' में

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सूडान का संकट

नॉर्थ अफ्रीका में लीबिया और इजिप्ट से लगा हुआ एक देश है, सूडान. अरबीभाषी, मुस्लिम बहुल देश. वहां इन दिनों बड़े अजीब हालात हैं. ये मालूम नहीं है कि इस वक़्त वहां देश कौन चला रहा है? वहां सेना और बाग़ी पैरामिलिट्री रैपिट फोर्स के बीच जंग चल रही है. यानी दो सरकारी फोर्सेस ही आपस में कब्ज़े के लिए भिड़ी हुई हैं. शनिवार से चल रही इस जंग में सौ से ज़्यादा आम लोगों की मौत की ख़बर है, जिनमें एक भारतीय भी है. राजधानी खार्तूम सहित कई इलाकों में अब भी गोलीबारी और धमाके जारी हैं. बागी पैरामिलिट्री फोर्स  RSF का दावा है कि राजधानी खार्तूम के ज्यादातर सरकारी दफ्तर, खार्तूम एयरपोर्ट और राष्ट्रपति भवन उनके कब्ज़े में हैं, जबकि सेना ने इसका खंडन किया है. 

अप्रैल 2019 में वहां सेना ने राष्ट्रपति को हटाकर तख्तापलट कर दिया था, लेकिन फिर वही हुआ, जो होता है. लोग लोकतांत्रिक शासन और सरकार में अपनी भूमिका की मांग करने लगे. इसके बाद सूडान में एक जॉइंट सरकार का गठन हुआ, जिसमें देश के सिविल और मिलिट्री दोनों सोसाइटीज़ का रोल था मगर 2021 में हालात फिर बेकाबू हुए और सूडान में मिलिट्री रूल वापस शुरू हो गया. 

अब सवाल ये है कि सूडान में हो रही इस लड़ाई की वज़ह क्या है, देश की दो फोर्सेस के बीच इस भिड़ंत की पृष्ठभूमि क्या है, सुनिए 'दिन भर' में

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गृहमंत्री के इवेंट में हीट स्ट्रोक से 11 लोगों की मौत

पिछले कुछ दिनों में मौसम ने तेज़ी से करवट ली है और पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. अप्रैल महीने में जानलेवा हीटवेब चल रही है. महाराष्ट्र में कल गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी वाले कार्यक्रम में गर्मी के प्रकोप से 11 जानें चली गईं और कई लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. नवी मुंबई के खारघर इलाक़े में कल एक समारोह आयोजित किया गया था गया था, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मशहूर सोशल एक्टिविस्ट अप्पासाहेब धर्माधिकारी को राज्य के सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार 'महाराष्ट्र भूषण' से नवाज़ा. 

इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज्य के संस्कृति मंत्री सुधीर मुंगंटीवार भी मौजूद थे. लेकिन कार्यक्रम के दौरान 11 लोग हीट स्ट्रोक की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई. कार्यक्रम के दौरान अमित शाह जब प्रचंड धूप में बैठे लोगों की सराहना कर रहे थे तो उन्हें अंदाज़ा नहीं रहा होगा कि ये हीटवेव जानलेवा साबित हो सकती है. 

 

तो क्या वहां लोगों के बैठने के लिए वहां पर्याप्त इंतजामात नहीं थे वहां और सरकार ने इन मौतों पर क्या संज्ञान लिया गया है, चूंकि ये एक सरकारी कार्यक्रम था तो क्या उनके परिजनों की मदद की जा रही है? सुनिए 'दिन भर' में

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