अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से 18.5 करोड़ में खरीदी गई जमीन पर विवाद बढ़ता जा रहा है. आम आदमी पार्टी (आप) नेता और सांसद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा चंदा चोर और प्रॉपर्टी डीलर के पक्ष में खड़ी हो गयी है, करोड़ों राम भक्तों से अपील है कि आपकी आस्था श्री राम में है ना कि चंपत राय, मेयर में है.
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा की आस्था प्रॉपर्टी डील में है ना कि श्रीराम में, आज ऐसे कागज दिखा रहा हूं जिससे खुलासा हो जाएगा, मेरे ऊपर और परिवार पर हमले करवाओगे? चंदा चोर को राम भक्त पहचानिए, एग्रीमेंट 18 मार्च 2021 को कैंसिल हो चुका है, पहला पक्ष है- हरीश पाठक और कुसुम पाठक. दूसरा पक्ष जिनमें 9 लोगों के साथ एग्रीमेंट हुआ था.
सांसद संजय सिंह ने कहा कि इच्छाराम सिंह, विश्वप्रताप उपाध्याय, मनीष कुमार, राम तीरथ, बलराम यादव, राजेन्द्र प्रसाद यादव, रवि कुमार दुबे, सुल्तान अंसारी, रवि मोहन, राशिद हुसैन के साथ हरीश पाठक और कुसुम पाठक ने एग्रीमेंट किया था, इन 9 नाम में या एग्रीमेंट में रवि मोहन तिवारी का नाम नहीं है, रवि मोहन तिवारी को एग्रीमेंट में बाद में शामिल किया गया.
सांसद संजय सिंह ने पूछा कि मेरा BJP और चंपत राय से सवाल है कि रवि मोहन तिवारी और ऋषिकेश उपाध्याय के बीच क्या रिश्ता है? ये रिश्ता क्या कहलाता है? मोदी या योगी के पक्ष में बोलते लेकिन प्रॉपर्टी डीलर का पक्ष क्यों ले रहे हैं, भाजपा की थ्योरी है कि क्या ईमानदार रहने के लिए अविवाहित रहना पड़ेगा?
इससे पहले रविवार को सांसद संजय सिंह ने जमीन खरीद में घोटाले का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि मंदिर ट्रस्ट ने उन लोगों से 18 करोड़ रुपये से अधिक में जमीन खरीदी, जिन्होंने इसे महज 2 करोड़ रुपये में खरीदा था. वहीं, अन्य विपक्षी दलों ने भी कथित जमीन घोटाले को लेकर ट्रस्ट पर हमला किया और पूरे मामले की जांच सीबीआई और ईडी से करवाने की मांग की.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हमला बोलते हुए कहा कि इस सौदे ने उन श्रद्धालु के विश्वास के साथ धोखा किया है, जिन्होंने अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए पैसे डोनेट किए थे. हालांकि, श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के साथ ही बीजेपी भी इन आरोपों को सिरे से खारिज करती रही है.