अयोध्या में एक तरफ भव्य राम मंदिर का काम जारी है तो दूसरी तरफ उस काम में सक्रिय भूमिका निभाने वाले राम मंदिर ट्रस्ट पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. खरीदी गई जमीन को लेकर बवाल हो गया है. आरोप लग गए हैं कि बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया है. विपक्ष हमलावर है और ट्रस्ट सदस्यों के इस्तीफे की मांग कर रहा है.
अयोध्या जमीन विवाद पर रामदेव
अब इस विवाद पर योगगुरु बाबा रामदेव ने आजतक से खास बातचीत की है. उन्होंने बताया है कि ऐसे आरोपों का सामने आना दुर्भाग्यपूर्ण है और एक निष्पक्ष जांच की जरूरत है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि ट्रस्ट के कुछ सदस्य बड़े तपस्वी हैं और गलत काम करना उनके डीएनए में ही नहीं है. वे कहते हैं- राम मंदिर एक आस्था का विषय है. ये सिर्फ कोई ईंट-पत्थर से बनने जा रही इमारत नहीं है, हमारा चरित्र है. ऐसे में राम मंदिर को लेकर इन बातों का सामने आना दुख देता है. लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि विश्व हिंदू परिषद, बीजेपी और ट्रस्ट के लोग दूध का दूध और पानी का पानी कर देंगे.
रामदेव ने दी ट्रस्ट के कोपाध्यक्ष को क्लीन चिट
वैसे रामदेव की तरफ से ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी को लेकर भी बड़ा बयान दिया गया है. उनकी नजरों में वे कुछ भी गलत नहीं कर सकते हैं और वे दूसरों को भी ऐसा कभी नहीं करने देते हैं. उन्होंने कहा है कि गोविंद देव गिरी जी तो संत इंसान हैं. उनके डीएनए में ही नहीं है कि वे कोई गलत काम करें. अब रामदेव की तरफ से एक तरफ ट्रस्ट के लोगों की पैरवी की गई है तो दूसरी तरफ जांच का मुद्दा भी उठाया गया है. उन्होंने भरोसा जताया है कि निष्पक्ष जांच हो जाएगी और हर तरह के विवाद को खत्म कर दिया जाएगा.
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चुनाव से पहले बड़ा मुद्दा
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर जमीन को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. हर खुलासा ट्रस्ट पर सवाल खड़े कर रहा है और सरकार पर एक्शन लेने का दवाब बना रहा है. अभी के लिए सरकार ने उन आरोपों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी है, लेकिन विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस से लेकर समाजवादी पार्टी तक, सभी दल एक सुर में इस मुद्दे के जरिए बीजेपी को घेरने का प्रयास कर रहे हैं. यूपी चुनाव भी करीब हैं, ऐसे में इस मुद्दे के सहारे योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करने की पूरी कोशिश जारी है.