अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन और गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. इस आयोजन के बाकी दिन अब उंगलियों पर ही रह गए हैं. सारी तैयारी पूरी है और अंतिम रूप में है. अयोध्या में सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा है और पुलिस-प्रशासन के लिए ये सबसे बड़ी कठिन परीक्षा का दिन है. सुरक्षा की क्या तैयारियां हैं और कितनी सुरक्षित है अयोध्या, इस बारे में IG प्रवीण कुमार और कमिश्नर गौरव दयाल से आजतक ने खास बातचीत की. दोनों अधिकारियों ने सुरक्षा को लेकर बड़ी बातें कही हैं.
IG प्रवीण कुमार ने बताया कि, अयोध्या शुरू से ही संवेदनशील नगरों के रूप में जाना जाता रहा है. राम जन्मभूमि परिसर हमेशा एक सुरक्षा घेरे में रहता है. जो भी मैक्सिमम अपडेशन यहां पर संभव हैं, उन्हें यहां शामिल किया गया है. हम ह्यूमन इंटेलिजेंस तकनीक के माध्यम से और अपनी सुरक्षा व्यवस्था के माध्यम से सुरक्षा कायम रखे हैं. साथ-साथ बगल में बहने वाली सरयू जी पर भी कड़ी सिक्युरिटी है. यहां के नाविक, मल्लाह, गोताखोर है या हमारे जो भी वेंडर्स हैं, उन्हें भी सुरक्षा नेट में शामिल किया गया है क्योंकि ह्यूमन इंटेलिजेंस का कोई जवाब नहीं है. हमें लगातार सतर्क है और हमेशा सतर्क रहने की चुनौती रहेगी और हमें हमेशा सतर्क ही रहना है.
वहीं कमिश्नर गौरव दयाल अयोध्या के बदले हुए इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वरूप और सुंदरता को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि, अयोध्या में सबसे बड़ा परिवर्तन इंफ्रास्ट्रक्चर में आया है. जितने हमारे कॉरिडोर थे वो बहुत ही पतले-पतले थे, लेकिन उनमें बदलाव कर मंदिर तक पहुंचने का बहुत ही सुगम रास्ता तैयार किया गया है. यहां बहुत ही शानदार ढंग से रामपथ को बनाया गया है. इसी प्रकार से हमारे जो बाकी कॉरिडोर्स है, उन्हें भी ग्रैंड लुक दिया गया है. इस ढांचागत बदलाव का परिणाम यह है कि, आज जो भी लोग आ रहे हैं, उन्हें अयोध्या को देख के बहुत ही सुखद अनुभूति हो रही है और बहुत ही इंप्रेस हो के यहाँ से जा रहे हैं.
आतंकी हमलों के लिहाज से अयोध्या की सुरक्षा पर IG प्रवीण कुमार ने कहा कि, इंटरनल विजिलेंस तो रखनी ही पड़ती है और ये बात सही है कि ये सबसे ज्यादा संवेदनशील जगहों में से है. टेक्नीक का मैक्सिमम यूटिलाइजेशन हम कर रहे हैं. एक टीम के रूप में हमारी डिफरेंट सिक्युरिटी एजेंसी है. इसके साथ ही हमारा आपसी तालमेल लोकल एडमिनिस्ट्रेशन से भी है. पूरी अयोध्या में अलग-अलग जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का भी सहारा ले रहे हैं. सर्विलांस पर भी काम कर रहे हैं. हर प्रकार से, हर एंगल से, हर दृष्टिकोण से हम लोगों ने सुरक्षा के संभावित खतरे को देखते हुए अपनी तैयारियां की हुई हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि स्थानीय लोग, सभी एजेंसी हम सभी मिलकर इस कार्य को करेंगे और कामयाब होंगे.