बाबा आमटे की पोती और आनंदवन के महारोगी सेवा समिति की सीईओ डॉक्टर शीतल आमटे ने आत्महत्या कर ली है. अभी आत्महत्या के कारण का पता नहीं चला है, लेकिन कुछ लोगों का कहना हा कि पारिवारिक मसले पर शीतल आमटे ने आत्महत्या कर ली है. मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
वरोरा के उपजिला अस्पताल में उपचार के लिए ले जाने पर डाक्टरों ने शीतला आमटे को मृत घोषित कर दिया. शीतल ने जहरीले इंजे्क्शन का इस्तेमाल करके जान दे दी है. डॉक्टर शीतल आमटे को जनवरी 2016 में विश्व आर्थिक मंच द्वारा 'यंग ग्लोबल लीडर 2016' के रूप में चुना गया था.
बता दें कि हाल ही में शीतल ने आनंदवन पर आर्थिक घोटालों का आरोप लगाया था. उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो शेयर किया था जिसमें वह संस्था की तरफ से की गई गड़बड़ियों के बारे में बता रही थीं. उनके इस आरोप का परिवार वालों ने खुलकर विरोध किया था. आमटे परिवार की तरफ से हुए इस विरोध के बाद उन्होंने यह वीडियो हटा दिया था. आमटे परिवार का कहना था कि शीतल गलतफहमी का शिकार हुई हैं.
शीतल कई दिनों से अपने पति और परिवार के साथ मिलकर कुष्ठ रोगियों की सेवा कर रही थीं. शीतल विकास आमटे और भारती आमटे की बेटी और डॉ. प्रकाश आमटे की भतीजी थीं.
देखें- आजतक LIVE TV
दरअसल, बाबा आमटे ने आनंदन वन नाम का एक गांव बसाया था जहां कुष्ठ रोगियों का ध्यान रखा जाता था. साल 1949 में इसकी स्थापना हुई थी और भारत सरकार ने साल 1971 में उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा भी था. बाबा आमटे के जाने के बाद अब उनके परिजन इस संस्था का काम आगे बढ़ा रहे हैं.