बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में नया खुलासा हुआ है. उनकी हत्या के आरोपियों ने यूट्यूब वीडियो देखकर बंदूक चलाना सीखा था. वे मुंबई के कुर्ला इलाके में रह रहे थे, जहां उन्होंने ऑनलाइन ट्रेनिंग ली थी. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. पूर्व कांग्रेस नेता और हाल ही में एनसीपी जॉइन करने वाले बाबा सिद्दीकी को तीन शूटरों ने गोली मारी थी.
बाबा सिद्दीकी मुंबई के निर्मल नगर इलाके में अपने विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर से निकले थे, जहां शूटरों ने उनपर गोलियां चलाई थी. वारदात को अंजाम देने से पहले बताया जाता है कि उन्होंने "ड्राई प्रैक्टिस" भी की थी.
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मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने आरोपियों से पूछताछ के दौरान पाया कि फरार संदिग्ध शूटर शिवकुमार गौतम ने उत्तर प्रदेश में शादियों में जश्न मनाने के लिए की जाने वाली फायरिंग के दौरान बंदूकें चलाना सीखा था.
मुख्य शूटर के रूप में थी गौतम की तैनाती
गिरफ्तार आरोपियों गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप से पूछताछ के दौरान यह भी पता चला कि गौतम को "मुख्य शूटर" के रूप में रखा गया था, क्योंकि उसे बंदूक चलाने आता था. अधिकारी ने कहा कि उन्होंने लगभग चार सप्ताह तक यूट्यूब वीडियो देखकर हथियार लोड करना और उतारना सीखा, क्योंकि उन्हें ट्रेनिंग के लिए खुली जगह नहीं मिल पाई थी.
स्नैपचैट के जरिए कॉन्टेक्ट में थी आरोपी
कथित साजिश करने वालों में से एक शुभम लोनकर 24 सितंबर तक पुलिस की रडार पर था, उससे जून में एक्टर सलमान खान के घर के बाहर अप्रैल में हुई गोलीबारी की घटना के संबंध में पूछताछ की गई थी. वह बिश्नोई गैंग का सदस्य है. शुभम लोनकर को महाराष्ट्र के अकोला जिले के अकोट पुलिस स्टेशन में दर्ज आर्म्स एक्ट के एक मामले में जनवरी में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गई थी.
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एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने उस मामले में दस से अधिक फायरआर्म्स बरामद किए थे. उन्होंने बताया कि शुभम लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के साथ संपर्क में था. अधिकारी ने बताया कि तब से वह पुलिस की रडार पर था, लेकिन 24 सितंबर को उसका पता नहीं चला. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपी स्नैपचैट और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल करके एक-दूसरे से संवाद करते थे.
एक अधिकारी ने बताया कि शुभम लोनकर को मोबाइल फोन ऐप की जानकारी है. अधिकारी ने बताया कि उसने साजिश (सिद्दीकी की हत्या) में शामिल सभी सदस्यों से इंस्टाग्राम के जरिए बात करने और निगरानी से बचने के लिए स्नैपचैट के जरिए चैट करने को कहा था. उन्होंने बताया कि स्नैपचैट में एक ऐसा फीचर है जो ज्यादातर संदेशों को देखे जाने या समाप्त होने के बाद खुद ही रिमूव कर देता है.