पश्चिम बंगाल में मंगलवार को बंजरग दल के कार्यकर्ताओं बांग्लादेशी दूतावास के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का पुतला भी जलाया. बजरंग दल का कहना है कि बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है और ममता सरकार चुप है.
कोलकाता में बांग्लादेश के दूतावास के पास बंगाल के 23 जिलों से बजरंग दल के कार्यकर्ता एकत्रित होना शुरू हुए. इस दौरान पुलिस ने 33 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी देख अचानक अन्य कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन की जगह बदल दी और दूतावास की तरफ बढ़ने लगे.
हालांकि बंगाल पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए इन लोगों को दूतावास के करीब पहुंचने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया. पुलिस जब इन कार्यकर्ताओं को रोक रही थी तो इन लोगों ने सड़क पर बैठकर ही प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार को लेकर नारे लगाए. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे भी लगाए जिसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग कर इन लोगों को हटाया.
बजरंग शिविर के नेता शौविक मुखर्जी ने कहा कि फ्रांस की घटना को लेकर बंगाल में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर हम बांग्लादेशी दूतावास पर अपना विरोध शांतिपूर्वक दर्ज कराना चाहते थे लेकिन ममता सरकार ने यह भी नहीं करने दिया. बता दें कि इस विरोध प्रदर्शन के दौरान बंगाल के कई इलाकों में ट्रैफिक जाम रहा.